हैदराबाद। सात मार्च से लापता होने के बाद पिछले सप्ताह अमेरिका के क्लीवलैंड में एक झील में मृत पाए गए 25 वर्षीय छात्र मोहम्मद अब्दुल अरफात का शव सोमवार देर रात हैदराबाद के पास नाचराम स्थित उनके आवास पर लाया गया।ओहायो के क्लीवलैंड विश्वविद्यालय में सूचना प्रौद्योगिकी में मास्टर की पढ़ाई कर रहा अब्दुल अरफात सात मार्च से परिवार के संपर्क में नहीं था। उसके परिवार को फिरौती के लिए फोन आया था।
न्यूयॉर्क में भारत के महावाणिज्य दूतावास ने 9 अप्रैल को बताया था कि छात्र ओहायो के क्लीवलैंड में मृत पाया गया है। एआईएमआईएम एमएलसी मिर्जा रहमत बेग ने हवाई अड्डे पर छात्र का शव प्राप्त किया। बाद में शव को हैदराबाद के पास मेडचल मल्काजगिरी जिले में अरफात के घर भेज दिया गया। अंतिम संस्कार मंगलवार को होगा।एआईएमआईएम प्रमुख और हैदराबाद के सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने इस मामले में विदेश सचिव विनय क्वात्रा से बात की थी और अब्दुल अरफात को खोजने में मदद के लिए न्यूयॉर्क में भारत के महावाणिज्य दूतावास को एक पत्र भी लिखा था।
अरफात मई 2023 में क्लीवलैंड यूनिवर्सिटी से आईटी में मास्टर्स करने के लिए अमेरिका गया था। उसके परिवार का दावा है कि सात मार्च के बाद से उससे बात नहीं हुई थी। 17 मार्च को अरफात के पिता मोहम्मद सलीम के पास एक अज्ञात व्यक्ति का फोन आया था। फोन करने वाले ने कहा कि अरफात का ड्रग्स बेचने वाले एक गिरोह ने अपहरण कर लिया है। उसे रिहा करने के लिए 1,200 अमेरिकी डॉलर की मांग की।
फोन करने वाले ने फिरौती न देने पर अरफाथ की किडनी बेचने की धमकी दी। इस पर सलीम ने अमेरिका में अपने रिश्तेदारों को सूचित किया।उन्होंने क्लीवलैंड पुलिस में गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराई थी। जांच में पता चला कि अरफ़ात पांच मार्च को रिज़र्व स्क्वाॅयर स्थित अपने घर से निकला था और वापस नहीं लौटा। उसका शव आठ अप्रैल को क्लीवलैंड की एक झील में क्षत-विक्षत अवस्था में पाया गया।