घटना के वक्त नाव में ज्यादातर महिलाएं-बहनें थी, जो भाइयों को राखी बांधने जा रही थी। कुछ भाई ऐसे भी थे, मर्का कस्बे के आसपास गांव से राखी बंधवाकर वापस अपने घरों को जा रहे थे। नाव हादसा होने के बाद लगातार बांदा प्रशासन की ओर से राहत और बचाव कार्य किए जा रहे हैं। डीएम अनुराग पटेल और एसपी अभिनंदन पुलिस बल, एनडीआरएफ और एसडीआरफ टीमों के साथ लापता लोगों की तलाश करने में जुटे हैं।
जानकार बताते हैं कि शनिवार की सुबह किशनपुर और मढ़ौली घाट पर लापता लोगों के सात उतराते हुए शव मिलने के बाद फतेहपुर और बांदा प्रशासन क्रेडिट लेने के चक्कर में आमने सामने आ गए हैं। उच्चाधिकारियों के हस्तक्षेप से मामला निपटा। फतेहपुर प्रशासन आठ शव मिलने के बाद अपनी पीठ थपथपाने लगा है। वहीं बांदा प्रशासन ने सुबह 10:15 बजे अपनी उपलब्धियां बताने के लिए आनन फानन में प्रेसवार्ता बुला ली और आठ शव मिलने की जानकारी दी। बताया कि बीते तीन दिनों से वह लगातार सर्च ऑपरेशन चला रहा है। लापता लोग जल्द ही खोज लिए जाएंगे।