रक्त को किसी कंपनी में नहीं बनाया जा सकता, मानव शरीर ही रक्त बनाने की कंपनी है
भीलवाडा। भारत में प्राईवेट सेक्टर का सबसे बड़ा बैंक, एचडीएफसी बैंक ने अपने 14 वें वर्ष में दिसंबर माह के दूसरे शुक्रवार को फ्लैगशिप सीएसआर कार्यक्रम ‘परिवर्तन’ के तहत एचडीएफसी बैंक व लायंस क्लब भीलवाड़ा स्टार के संयुक्त तत्वाधान में विशाल रक्तदान शिविर का आयोजन एसके प्लाजा में किया गया। रक्तदान शिविर का शुभारंभ मुख्य अतिथि नितिन स्पिनर्स के एमडी दिनेश नौलखा, संगम यूनिवर्सिटी के प्रमुख वित्त एवं लेखा अधिकारी सतीश यादव, संगम यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर करुणेश सक्सेना ने फीता काटकर किया। शिविर में रामस्नेही ब्लड बैंक की टीम के सहयोग से 105 यूनिट रक्त संग्रहित किया गया है। इस दौरान एचडीएफसी बैंक के रिटेल बैंकिंग क्लस्टर हेड गौरव नागपाल, ऑपरेशन क्लस्टर हेड अंकुर टंडन, अजमेर रोड ब्रांच मैनेजर दिलीप काबरा, रोहित जैन, मयंक शर्मा, निशांत जैन, अर्पित जैन, हितेश तिवारी मयंक शर्मा, आयुष आगाल दशरथ सिंह मनीष पोरवाल सहित रक्तदाता सहित बड़ी संख्या में रक्तदान उपस्थित थे। मुख्य अतिथि दिनेश नौलखा ने कहा कि बहुत अच्छा कदम है कि अवेयरनेस के लिए उन्होंने रक्तदान शिविर का आयोजन किया। रक्तदान करने से दूसरे की जिंदगी बनती है बहुत ही अच्छा कदम है। रक्त को किसी कंपनी में नहीं बनाया जा सकता। मानव शरीर ही रक्त बनाने की कंपनी है। मैं उम्मीद करता हूं आगे भी इसी प्रकार के कदम जारी रखेंगे बाकी अन्य बैंक भी इनसे सीखेंगे। एचडीएफसी बैंक के ऑपरेशन क्लस्टर हेड अंकुर टंडन एवं रिटेल बैंकिंग क्लस्टर हेड गौरव नागपाल ने कहा कि एचडीएफसी की सारी टीम लगी है हर साल नेक काम में साथ देती है। रक्तदान शिविर में लायंस क्लब भीलवाड़ा स्टार का विशेष सहयोग रहा। इसी प्रकार आई चेकअप, हेल्थ चेकअप सेवा कार्य में जुड़े हुए हैं।