बागपत। कोरोना काल में रेमडेसिवीर इंजेक्शन की बड़े तस्करी पर कालाबाजारी की जा रही है। बागपत पुलिस ने रेमडेसिवीर इंजेक्शनों को गाड़ी से दिल्ली ले जाते आरोपित पिता-पुत्र समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया। बागपत क्राइम ब्रांच के इंस्पेक्टर संजीव कुमार, कोतवाली पुलिस व ड्रग इंस्पेक्टर वैभव बब्बर ने संयुक्त रूप से बुधवार रात दिल्ली-यमुनोत्री हाईवे पर शहर के राष्ट्रवंदना चौक पर एक्सयूवी गाड़ी की चेकिंग की तो उसमें 60 इंजेक्शन रेमडेसिवीर के मिले। गाड़ी से तीन लोग मनमोहन व उसका बेटा मुकंद निवासी गांधी कालोनी नई मंडी मुजफ्फरनगर व बिशन निवासी सलेमपुर चौक रानीपुर हरिद्वार को गिरफ्तार किया।
कोतवाली एसएसआइ सत्येंद्र सिंह सिद्धू और ड्रग इंस्पेक्टर वैभव बब्बर के मुताबिक आरोपितों ने पूछताछ में बताया कि इंजेक्शन पांच दिन पूर्व पंजाब के मोहाली जनपद के जीरकपुर शहर की वेदांग ट्रेडिंग कंपनी/स्टोर के संचालक एसपी चौहान से 92 इंजेक्शन खरीदकर मुजफ्फरनगर लेकर आए थे। मनमोहन ने 32 इंजेक्शन अपने दूसरे बेटे विशाल को दे दिए थे। मनमोहन का मुजफ्फरनगर में मेडिकल स्टोर है। 60 इंजेक्शनों की सप्लाई करने के लिए दिल्ली जा रहे थे। इस मामले में कोतवाली पर मुकदमा दर्ज किया गया है।
इंस्पेक्टर संजीव कुमार ने बताया कि आरोपितों से पूछताछ में पता चला कि पंजाब से प्रति इंजेक्शन 9.5 हजार रुपये में खरीदा गया था। जिसको आरोपित 25-30 हजार रुपये में बेचते थे। नमूने रिपोर्ट से होगा राजफाश ड्रग इंस्पेक्टर वैभव बब्बर ने बताया कि प्रथम दृष्टता इंजेक्शन नकली होने प्रतीत हो रहे हैं। आठ इंजेक्शन के सैंपल लिए है। जिनको जांच के लिए लैब में भेजा जाएगा। लैब रिपेार्ट से ही सही स्थिति स्पष्ट होगी।