भारत

नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी...35 हजार रुपए में बेच रहे थे इंजेक्शन...दो आरोपी गिरफ्तार

Admin2
2 May 2021 1:17 AM GMT
नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी...35 हजार रुपए में बेच रहे थे इंजेक्शन...दो आरोपी गिरफ्तार
x

फाइल फोटो 

इंजेक्शन की कालाबाजारी

कोरोना काल में कालाबाजारी की घटनाओं में काफी इजाफा हो गया है. देश के हर कोने से खबर आ रही है कि कुछ लोग मोटी कमाई के चक्कर में मजबूर लोगों को चूना लगा रहे हैं. हैरानी की बात ये हो रही है कि ये लोग कालाबाजारी कर भी नकली सामान बेचने की कोशिश में लगे हुए हैं. ताजा मामला दिल्ली के शाहादरा का है जहां पर पुलिस ने दो युवक को गिरफ्तार किया है. आरोप है कि ये दोनों नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन बेच रहे थे.

शाहदरा जिला पुलिस ने रेमडेसीविर इंजेक्शन की कालाबाजारी करने वाले दो शातिर बदमाशों को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने इन आरोपियों के पास से 17 रेमडेसीविर इंजेक्शन बरामद किए हैं. हद तो यह है पुलिस ने जब बरामद रेमडेसिविर इंजेक्शन की जांच की तो पता लगा कि जब्त किए गए रेमडेसिविर इंजेक्शन नकली हैं. पुलिस के मुताबिक इस नकली रेमडेसीविर इंजेक्शन को आरोपी 35 हजार रुपयों में बेच रहे थे. पकड़ में आए आरोपियों के नाम अंशुमान और कार्तिक हैं.
पुलिस ने कार्तिक के पास से सात और अंशुमान के पास से दस नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन बरामद किए हैं. उस होंडा सिटी कार को भी जब्त कर लिया गया है जिसमें बैठकर यह दोनों नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन बेचने के लिए जा रहे थे. शाहदरा जिला पुलिस को इस बात की जानकारी मिली थी कि कुछ लोग रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी कर रहे हैं और यह लोग क्रॉस रिवर मॉल के पास से गुजरने वाले हैं.
जानकारी मिलने के बाद पुलिस ने वहां पर बैरिकेड लगा दिया और गाड़ियों की चेकिंग शुरू कर दी. शुक्रवार रात करीब सवा आठ बजे के आसपास पुलिस को एक होंडा सिटी कार नजर आई. शक होने पर जब पुलिस ने कार की जांच की तो उसमें जो 2 लोग मौजूद थे और उनके पास से कुल 17 रेमडेसिविर इंजेक्शन बरामद हुए. पुलिस के मुताबिक इन इंजेक्शन को दोनों ने काले रंग की पॉलिथीन बैग में रखा हुआ था. जब पुलिस ने इनकी गाड़ी रोकी तो इन दोनों ने भागने की भी कोशिश की लेकिन मौके पर मौजूद पुलिस वालों ने उन्हें दबोच लिया.
बरामद रेमडेसिविर इंजेक्शन की जब पुलिस ने जांच कराई तो उन्हें पता लगा कि इस ब्रांड के किसी भी रेमडेसिविर इन्जेक्शन को मान्यता नहीं मिली है. इसीलिए पुलिस का कहना है यह रेमडेसिविर इंजेक्शन नकली हैं. पुलिस यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि इस नेटवर्क के पीछे कितने लोग सक्रिय हैं. वहीं पुलिस को जानकारी मिली है कि दोनों आरोपियों को लक्ष्मी नगर के एक युवक ने नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन दिलवाए थे. ऐसे में उस शख्स की तलाश भी जारी है.
Next Story