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पूर्व मंत्री के बेटे को बीजेपी ने दिखाया बाहर का रास्ता, पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से किया निलंबित

Admin2
7 May 2021 4:39 PM GMT
पूर्व मंत्री के बेटे को बीजेपी ने दिखाया बाहर का रास्ता, पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से किया निलंबित
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बड़ी कार्रवाई

भोपाल। दमोह उपचुनाव में हार के बाद बीजेपी ने अब बड़ा एक्शन लिया है. उसने अपने वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री जयंत मलैया को कारण बताओ नोटिस और उनके बेटे सिद्धार्थ मलैया को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निलंबित कर दिया गया है. ये माना जा रहा है कि जयंत मलैया के खिलाफ भी पार्टी कोई बड़ा एक्शन ले सकती है. इसके अलावा दमोह के पांच मंडल अध्यक्ष भी पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निलंबित किये गए हैं. इनमें अभाना मंडल अजय सिंह, दीनदयाल नगर मंडल संतोष रोहित, दमयंती मंडल मनीष तिवारी, बांदकपुर मंडल अभिलाष हजारी, बॉसा मंडल देवेन्द्र सिंह राजपूत को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निलंबित कर दिया है.

दमोह विधानसभा सीट के लिए 17 अप्रैल को उपचुनाव हुआ था और 2 मई को नतीजे सामने आए थे. नतीजों में कांग्रेस उम्मीदवार अजय टंडन ने कांग्रेस से दल बदल कर बीजेपी में गए राहुल लोधी को17 हजार से ज़्यादा मतों से शिकस्त दी थी. खुद जयंत मलैया के वॉर्ड से भी राहुल लोधी हार गए थे. इसके बाद मलैया परिवार की निष्ठा को लेकर सवाल खड़े हो रहे थे. राहुल लोधी ने भी मलैया परिवार पर अप्रत्यक्ष तौर पर हार का ठीकरा फोड़ा था. केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद पटेल ने कहा था कि इस चुनाव में हम हार गए लेकिन ये हमें बहुत कुछ सिखा गया. प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा था कि जयचंद और अपनों के कारण लड़ाई हार गए.

एमपी में ज्योतिरादित्य समर्थक विधायकों के दल बदल और कमलनाथ सरकार गिरने के बाद राहुल लोधी भी कांग्रेस विधायक पद से इस्तीफा देकर बीजेपी में शामिल हो गए थे. इस वजह से दमोह सीट पर उपचुनाव हुआ था. राहुल लोधी के बीजेपी में शामिल होने के बाद से ही जयंत मलैया नाराज़ माने जा रहे थे. मलैया पार्टी के वरिष्ठ नेता और दमोह सीट से लगातार 6 बार विधायक रह चुके हैं. वो टिकट के स्वाभाविक दावेदार थे. यहां तक कि उपचुनाव में उनके बेटे सिद्धार्थ ने लगभग अपनी दावेदारी पेश कर दी थी. हालांकि बाद में संगठन के दबाव के बाद उन्होंने अपनी दावेदारी वापस ले ली. लेकिन उनका टिकट काटकर लोधी को दल बदल का इनाम पार्टी ने दिया. कहीं न कहीं राहुल की दावेदारी को मलैया परिवार पचा नहीं पाया और खुद मलैया के वार्ड से लोधी चुनाव हार गए. यही वजह है कि अब संगठन ने जयंत मलैया और उनके बेटे सिद्धार्थ के खिलाफ पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने के आरोप में कार्रवाई की है.

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