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लोकसभा में राहुल गांधी के आरोपों पर भाजपा के दिग्गजों का पलटवार, विदेश मंत्री ने पढ़ाया कूटनीति का पाठ
Apurva Srivastav
2 Feb 2022 7:05 PM GMT
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कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर जारी चर्चा में हिस्सा लेते हुए जिस तरह केंद्र सरकार की कूटनीति पर सवाल उठाए उसका जवाब देने के लिए स्वयं विदेश मंत्री एस. जयशंकर सामने आए।
नई दिल्ली। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर जारी चर्चा में हिस्सा लेते हुए जिस तरह केंद्र सरकार की कूटनीति पर सवाल उठाए उसका जवाब देने के लिए स्वयं विदेश मंत्री एस. जयशंकर सामने आए। कोरोना से संक्रमण के बाद जयशंकर भी स्वास्थ्य लाभ ले रहे हैं लेकिन उन्होंने राहुल को कूटनीति के कुछ बिसरे अध्यायों की याद दिलाने में कोई कसर नहीं छोड़ी। साथ ही कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में चीन के हमले की भी याद दिलाई। विदेश मंत्री के साथ ही कई भाजपा नेताओं ने राहुल के खिलाफ मोर्चा खोल दिया।
देशवासी जानते हैं कि जारी है कोरोना संकट
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि राहुल गांधी का कहना है कि हमें गणतंत्र दिवस पर कोई विदेशी मेहमान नहीं मिल रहा है लेकिन भारत में रहने वाले लोग जानते हैं कि अभी कोविड की लहर है। मध्य एशिया के पांच देशों के राष्ट्रपतियों को भारत आना था और उन्होंने 27 जनवरी, 2022 को प्रधानमंत्री मोदी के साथ वर्चुअल बैठक की है।क्या नई हैं चीन और पाक की नजदीकियां
विदेश मंत्री ने आगे कहा- राहुल गांधी ने यह भी आरोप लगाया है कि भारत की कूटनीतिक विफलता से ही चीन और पाकिस्तान के बीच नजदीकियां बढ़ी हैं। यहां उन्हें कुछ ऐतिहासिक पाठ दे रहा हूं। वर्ष 1963 में पाकिस्तान ने अक्साई चिन का हिस्सा चीन को सौंप दिया है। पिछली सदी के आठवें दशक में चीन ने गुलाम कश्मीर में काराकोरम राजमार्ग का निर्माण किया।
पूछा अलग अलग कब थे चीन और पाक
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि वर्ष 1970 के बाद से पाकिस्तान और चीन के बीच लगातार परमाणु रिश्ते बने हुए हैं। वर्ष 2013 में चीन-पाकिस्तान इकोनमिक कारीडोर का निर्माण शुरू हो चुका था। अंत में विदेश मंत्री ने राहुल से यह पूछा कि अब आपको अपने आपसे यह सवाल पूछना चाहिए कि क्या चीन और पाकिस्तान तब अलग-अलग थे।
राहुल को अहंकार हो गया है
वहीं संसदीय कार्य मंत्री प्रल्हाद जोशी ने राहुल गांधी पर पलटवार करते हुए कहा कि राहुल गांधी को बोलने का मौका सिर्फ इसलिए मिल रहा है क्योंकि वे गांधी परिवार से हैं... मोदी जी जहां बैठे हैं उस पद के बारे में राहुल गांधी और गांधी परिवार वाले लोग सोचते हैं यह मेरा स्थान है। इन लोगों को बहुत अहंकार हो गया है जो उनसे ऐसी बाते करवा रहा है।
राहुल एक कन्फ्यूज व्यक्ति
राहुल गांधी के बयान पर केंद्रीय मंत्री प्रल्हाद जोशी ने यह भी कहा कि राहुल एक कन्फ्यूज व्यक्ति हैं। कन्फ्यूज व्यक्ति ऐसी बातें करेगा। उन्होंने बार-बार कहा कि भारत एक देश ही नहीं है। राहुल गांधी जिन बड़े उद्योगपतियों के बारे में वे बात कर रहे थे वे केवल भाजपा कालखंड में थोड़ी हुए हैं।
गिरीराज सिंह ने कही यह बात
केंद्रीय मंत्री गिरीराज सिंह ने भी राहुल गांधी पर पलटवार किया। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी खुद को चीन की कठपुतली के तौर पर दिखा रहे हैं। सन 1962 में हमारी हजारों किलोमीटर जमीन गई राहुल को उसके बारे में भी चर्चा करनी चाहिए। शुक्र है कि मौजूदा वक्त में देश का नेतृत्व नरेन्द्र मोदी के हाथ में है। यदि देश की सत्ता में कांग्रेस के हाथ में होती तो चीन हमारी सारी जमीन हड़प लेता...
राहुल के मन में संवैधानिक व्यवस्था के प्रति कोई सम्मान नहीं
वहीं केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा कि कानून मंत्री के रूप में मुझे लगता है कि राहुल गांधी के मन में संवैधानिक व्यवस्था के प्रति कोई सम्मान नहीं है। राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने भारतीय न्यायपालिका के बारे में जो कहा उसे एक काले धब्बे के रूप में याद रखा जाएगा। भारतीय न्यायपालिका के बारे में किसी ने भी संसद में ऐसी बातें नहीं की हैं। मैं राहुल गांधी के बयान की निंदा करता हूं जो उन्होंने देश के न्यायिक व्यवस्था व चुनाव आयोग को लेकर दिया है।
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