यूपी। आजादी का अमृत महोत्सव के तहत आज से हर घर तिरंगा अभियान की शुरुआत हो गई है. वहीं अयोध्या में तिरंगे के अपमान का एक मामला सामने आया है. सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने ट्विटर पर तिरंगे के अपमान का वीडियो शेयर करते हुए लिखा- 'महापौर की उपस्थिति में अयोध्या नगर निगम द्वारा कूड़ा उठाने वाली गाड़ी से राष्ट्रध्वज पहुंचाने से राष्ट्रध्वज का जो तिरस्कार हुआ है, वो अक्षम्य है. महोत्सव के नाम पर राष्ट्रध्वज का ऐसा अपमान निंदनीय है.'
इससे पहले अखिलेश यादव ने बीजेपी नेता का झंडा बेचते हुए का एक वीडियो शेयर करते हुए लिखा- 'किसी के लिए देश का झंडा मान है और किसी के लिए बेचने का सामान है. भाजपाई हर बात पर दुकान लगाना बंद करें.' वहीं अखिलेश यादव ने समाजवादी पार्टी के एक ट्वीट को शेयर किया. इसमें सपा ने तिरंगा को उलटा पकड़े हुए बीजेपी नेता का फोटो शेयर करते हुए लिखा- भाजपा नेताओं द्वारा लगातार तिरंगे का अपमान किया जा रहा है. उसी क्रम में भाजपा के पूर्व सांसद ने भी उल्टा तिरंगा पकड़ कर अपनी नकली राष्ट्रभक्ति का प्रदर्शन किया. फोटो से देखा जा सकता है कि इन्हें तिरंगे से प्यार नहीं बल्कि अपने शीर्ष नेताओं की भांति सिर्फ फोटोबाजी का शौक है!
समाजवादी पार्टी ने एक दिन पहले चित्रकूट बीजेपी अध्यक्ष का एक फोटो शेयर करते हुए लिखा था- शर्मनाक! चित्रकूट भाजपा जिलाध्यक्ष के पैरों में पड़ा राष्ट्रध्वज तिरंगा देखिए. ये है भाजपाइयों द्वारा राष्ट्रध्वज के सम्मान के दावों का सच. कहीं भाजपा नेतागण तिरंगे का रंग बदल रहे ,कहीं उल्टा पकड़े हैं ,कहीं बेच रहे तो कहीं पैरों में रखे हैं. भाजपाईयों की राष्ट्रभावना यही है ?
समाजवादी पार्टी के डिजिटल मीडिया कॉर्डिनेटर मनीष जगन अग्रवाल ने ट्वीट किया- बीजेपी के लोग दुनिया भर को तिरंगे झंडे के प्रति ज्ञान बांटते और तिरंगा झंडा 20-20 रुपये में बेचते फिर रहे हैं लेकिन सिर्फ सपा के कार्यालय पर ही राष्ट्रध्वज शान से लहरा रहा है. बीजेपी ने अब तक अपने कार्यालय पर झंडा तक नहीं लगाया. किस मुंह से ये भाजपाई दूसरों पर सवाल उठाते हैं ? वहीं 11 अगस्त को उन्होंने एक फोटो शेयर करते हुए लिखा- भाजपाईयों की राष्ट्रभावना. तिरंगे को पकड़े हैं उल्टा ? यह है कथित राष्ट्रप्रेमियों की असलियत.