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सेना के सम्मान को लेकर राहुल गांधी के बयान पर बोली भाजपा- अपने बयानों के लिए 'सॉरी' बोलेंगे राहुल?
jantaserishta.com
24 Jan 2023 12:15 PM GMT
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नई दिल्ली (आईएएनएस)| दिग्विजय सिंह के बयान से किनारा करते हुए सेना के सम्मान को लेकर राहुल गांधी द्वारा दिए गए बयान को लेकर भाजपा ने उन्हें घेरना शुरू कर दिया है।
राहुल गांधी के बयान पर तल्ख टिप्पणी करते हुए भाजपा के वरिष्ठ नेता रविशंकर प्रसाद ने कहा कि राहुल गांधी ने यह पहली बार कहा है कि वो सेना का सम्मान करते हैं, लेकिन उनके बयान से ही कई सवाल खड़े हो रहे हैं। प्रसाद ने कहा कि दिग्विजय सिंह तो राहुल गांधी के साथ उनकी यात्रा में कन्याकुमारी से चल रहे हैं तो हजारों किलोमीटर की यात्रा में राहुल गांधी उनको समझा नहीं पाए थे क्या ?
प्रसाद ने राहुल गांधी को उनके पुराने बयानों की याद दिलाते हुए कहा कि राहुल ने दौसा में कहा था कि चीनी सैनिक भारत की सेना को पीट रहे हैं। गलवान पर ट्वीट किया था कि क्या चीन कब्जा कर रहा है ? सर्जिकल स्ट्राइक को लेकर सेना की वीरता को खून की दलाली बताया था। टुकड़े टुकड़े गैंग के लिए जेएनयू भी गए थे और हिंदू आतंकवाद की बात भी राहुल गांधी ने कही थी। प्रसाद ने सवाल पूछा कि अपने इन बयानों के लिए राहुल गांधी 'सॉरी' कब बोलेंगे ?
दिग्विजय सिंह के बयान को लेकर कांग्रेस पर निशाना साधते हुए प्रसाद ने कहा कि ये देश सेना की शहादत का सबूत नहीं मांगता उनके बलिदान को सलाम करता है। दिग्विजय सिंह ने जाकिर नाइक को शांति का दूत बनाया था, ओसामा बिन लादेन को ओसामा जी कहा था और बाटला हाउस एनकाउंटर में मारे गए आतंकियों के परिवार से मुलाकात कर एनकाउंटर पर भी सवाल खड़ा किया था। उन्होंने पी चिदंबरम, मणिशंकर अय्यर और सलमान खुर्शीद जैसे नेताओं के बयान की याद दिलाते हुए कहा कि यह कांग्रेस की पुरानी आदत रही है कि जब भी वो फंसती है तो उसे अपने नेताओं का निजी बयान करार देकर बचने की कोशिश करती है। आखिर इस तरह के निजी विचार की सीमा क्या होगी ? आज के कांग्रेस नेताओं की ट्रेनिंग क्या है ? सेना को लेकर कांग्रेस नेताओं की सोच का स्तर क्या है ?
भाजपा नेता ने आतंकवाद और देश की सुरक्षा के मसले पर कांग्रेस पार्टी के स्टैंड को स्प्ष्ट करने की मांग करते हुए आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा के बारे में कांग्रेस नेता न जाने क्या-क्या कहते हैं जबकि आज देश ने यह देख लिया कि जयराम रमेश किस तरह से सवाल पूछने से रोक रहे थे, जबकि दिग्विजय सिंह जवाब देने के लिए उत्साहित थे।
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