लखनऊ. यूपी में कल्याण सिंह (Kalyan Singh) के निजी संबंधों को लेकर पार्टी के कई नेता नाराज थे. आपसी लड़ाई तो थी ही, लेकिन वह किसी की परवाह नहीं कर रहे थे. सबके खिलाफ ओपन रिवोल्ट कर दिया. पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी (Atal Bihari Vajpayee) से रिश्ते खराब कर लिए, तो मुख्यमंत्री पद से हटाकर उनको केंद्र में मंत्री बनाने का प्रस्ताव देने के कारण पूर्व उपप्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी से रिश्ते खराब हो गए थे. यही नहीं, अटल बिहारी वाजपेयी की सार्वजनिक आलोचना करने के बाद 1999 में उनको भाजपा (BJP) से निकाल दिया गया था. हालांकि बीजेपी में वापसी के बाद उन्होंने भावुक होते हुए कहा था, 'मेरी इच्छा है कि मेरा शव भी भारतीय जनता पार्टी के झंडे में लिपट कर श्मशान भूमि की तरफ जाए.'
संघ और भारतीय जनता पार्टी के संस्कार मेरे रक्त के बूंद बूंद में समाए हुए हैं और इसीलिए मेरी इच्छा है कि मैं जीवनभर भाजपा में रहूं। और जीवन का जब अंत होने को हो तो मेरा शव भी @BJP4India के झंडे में लिपट कर जाए
— Rakesh Tripathi (@rakeshbjpup) August 21, 2021
भारत मां के महान सपूत,प्रभु राम के अनन्य भक्त को भावभीनी श्रद्धांजलि😭 pic.twitter.com/bplk2y3DNb