बीजेपी आलाकमान की तरफ से तमाम सांसदों को बजट की खूबियां बताने का काम दिया गया है. ये सांसद अपने क्षेत्र में जाकर लोगों को बताएंगे कि बजट में उनके लिए क्या खास है और आने वाले समय में इससे उन्हें क्या फायदा मिल सकता है. बता दें कि इस बार कोरोना महामारी की मार झेल रहे करोड़ों लोगों को बजट से कई उम्मीदें थीं. लेकिन मिडिल क्लास को बजट से कोई खास राहत नहीं मिल पाई. जिसका इस्तेमाल विपक्ष भी जमकर कर रहा है. विपक्ष इसे मुद्दा बनाकर संसद और संसद के बाहर उठा रहा है. वहीं देशभर में लोग भी बजट को लेकर असमंजस में हैं. ऐसे में बीजेपी अपनी पुरानी रणनीति के तहत जनता को फायदे गिनाने की कोशिश शुरू कर रही है.
सांसदों को बजट समझाने के काम में लगाना जनता की नाराजगी को दूर करने की कवायद माना जा रहा है. इससे पहले वित्त मंत्री के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बजट पर अपने संबोधन में इसे गरीबों, किसानों और महिलाओं का बजट करार दिया था. साथ ही इसके ठीक अगले दिन यानी 2 फरवरी को प्रधानमंत्री ने बीजेपी कार्यकर्ताओं से बजट को लेकर चर्चा की थी.