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बीजेपी सांसद ने दी अधिकारियों को चेतावनी, मुख्यमंत्री के इशारे पर नाचने वाले...क़ानून के अनुसार चलिए...नहीं तो दिल्ली पोस्टिंग का इंतज़ार करिए...
jantaserishta.com
30 May 2021 8:10 AM GMT
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यास तूफान से प्रभावित पश्चिम बंगाल और ओडिशा का दौरा किया. उन्होंने कोलकाता में समीक्षा बैठक बुलाई, जिसमें मुख्यमंत्री ममता बनर्जी नहीं शामिल हुईं. अब इस पर सियासत हो रही है. मामले को गंभीरता से लेते हुए केंद्र सरकार ने पश्चिम बंगाल के मुख्यसचिव अल्पन बंधोपाध्याय को दिल्ली तलब कर लिया है.
बंगाल की गरमाई सियासत का असर अब झारखंड तक पहुंच गया है. झारखंड के सांसद निशिकांत दुबे ने ट्वीट के जरिए झारखंड के अधिकारियों को नसीहत दी, जिसके बाद झारखंड में सत्तारूढ़ झारखंड मुक्ति मोर्चा और कांग्रेस ने कड़ी प्रतिक्रिया जाहिर की है.
बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने ट्वीट कर कहा है "मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन जी के इशारे पर नाचने वाले अधिकारियों अलटा जी,पलटा जी,भजन जी,अच्छा जी,कच्चा जी, ईजी, ऊची सबके लिए सबक़। क़ानून के अनुसार चलिए, क़ानून सम्मत काम करिए नहीं तो दिल्ली पोस्टिंग का इंतज़ार करिए."
बीजेपी सांसद ने अपने ट्वीट में सांसद ने साफ तौर पर राज्य के कुछ उच्च अधिकारियों का उपनाम लेते हुए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के इशारे पर काम करने का आरोप लगाया है, और अधिकारियों को विधि सम्मत कार्य करने की नसीहत दी है. कानून के अनुसार नहीं चलने वाले अधिकारियों को दिल्ली पोस्टिंग का इंतजार करने की बात भी कही गई है.
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन जी के इशारे पर नाचने वाले अधिकारियों अलटा जी,पलटा जी,भजन जी,अच्छा जी,कच्चा जी,ईजी,ऊची सबके लिए सबक़ ।क़ानून के अनुसार चलिए,क़ानून सम्मत काम करिए नहीं तो दिल्ली पोस्टिंग का इंतज़ार करिए @JharkhandPolice https://t.co/XQGMXVpFC9
बता दें कि देवघर के मधुपुर विधानसभा उपचुनाव के दौरान देवघर के उपायुक्त मंजुनाथ भजंत्री और मधुपुर के सिविल एसडीओ सह निर्वाची पदाधिकारी योगेंद्र प्रसाद का चुनाव आयोग से शिकायत कर तबादला करा दिया गया था. हालांकि राज्य सरकार द्वारा चुनाव प्रक्रिया समाप्त होते ही बाद में दोनों अधिकारियों की फिर से देवघर पोस्टिंग कर दी गई थी.
बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे के ताजा ट्वीट पर झारखंड का राजनीतिक पारा चढ़ने लगा है. राज्य में सत्तारूढ़ झारखंड मुक्ति मोर्चा और कांग्रेस दोनों ने इस पर कड़ी आपत्ति व्यक्त करते हुए, इसे संघीय ढांचे पर प्रहार बताया है.
जेएमएम के केंद्रीय महासचिव और प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्य ने इसे कार्यपालिका को खुली चुनौती बताते हुए कानूनी कार्रवाई की बात कही है. सुप्रियो भट्टाचार्य ने राज्य के उच्च अधिकारियों को इस तरह भयभीत करने के प्रयास पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है. मामले में न्यायालय से स्वतः संज्ञान लेते हुए कानूनी कार्रवाई की पहल करने का आग्रह किया है. कांग्रेस ने भी मामले को गंभीर बताते हुए इस पर कड़ी आपत्ति व्यक्त की है.
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन जी के इशारे पर नाचने वाले अधिकारियों अलटा जी,पलटा जी,भजन जी,अच्छा जी,कच्चा जी,ईजी,ऊची सबके लिए सबक़ ।क़ानून के अनुसार चलिए,क़ानून सम्मत काम करिए नहीं तो दिल्ली पोस्टिंग का इंतज़ार करिए @JharkhandPolice https://t.co/XQGMXVpFC9
— Dr Nishikant Dubey (@nishikant_dubey) May 28, 2021
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