पत्नी सुजाता मंडल ने बीजेपी ने नाता तोड़ कर टीएमसी का दामन थाम लिया, तो पश्चिम बंगाल के विष्णुपुर लोकसभा क्षेत्र के एमपी सौमित्र खान इसे सहन नहीं कर सके. सोमवार को ही आयोजित संवाददाता सम्मेलन में पत्नी के बीजेपी छोड़कर टीएमसी शामिल होने पर फूट-फूट कर रो पड़े थे और घोषणा कर डाली थी कि जब पत्नी और उनकी पार्टी को छोड़कर टीएमसी में चली गईं हैं. उनके साथ अब उनका कोई संबंध नहीं रहेगा. वह उनके सरनेम का इस्तेमाल नहीं करें और वह अपनी पत्नी से तलाक ले लेंगे. घोषणा के दूसरे दिन मंगलवार को ही एमपी सौमित्र खान ने अपने वकील समीर कुमार के माध्यम से अपनी पत्नी सुजाता मंडल को तलाक के लिए कानून नोटिस भेज दिया. सुजाता मंडल के भेजे गए नोटिस में कहा गया है कि हिंदू मैरेज एक्ट, 1955 के तहत हिंदू रीति-रिवाज से जुलाई 2016 में सुजाता मंडल और सौमित्र खान की बीच शादी हुई थी.
वकील ने भेजे नोटिस में कहा है कि सौमित्र खान और सुजाता मंडल पिछले छह माह से साथ नहीं रह रहे थे और रिश्ते भी अच्छे नहीं थे. सुजाता मंडल हाइपरटेंटिव व झगड़ालू स्वभाव की हैं. शादी के बाद से ही वह सौमित्र खान पर परिवार से अलग रखने के लिए दवाब बना रही थीं और इसे लेकर लगातार झगड़ा किया था और अपने पति पर संदेह किया करती थीं.
नोटिस में कहा गया है कि लोकसभा चुनाव के बाद लगातार सौमित्र खान पर दवाब बना रही थीं, ताकि उन्हें बीजेपी व शाखा संगठनों में उन्हें महत्वपूर्ण पद दिया जाए, लेकिन बीजेपी परिवारवाद को समर्थन नहीं करता है. बीजेपी में मेरिट के आधार पर पद मिलते हैं, चूंकि उन्हें महत्वपूर्ण पद नहीं दिए गए. इस कारण उन्होंने उनके क्लाइंट को धमकाना, गाली देना और दवाब बनाना शुरू कर दिया था. उसके बाद वह बीजेपी छोड़ कर टीएमसी में शामिल गईं, जबकि उनके क्लाइंट बीजेपी के प्रति पूरी तरह से वफादार हैं. अब उनके क्लाइंट ने आपसी सहमति से तलाक लेने की इच्छा जताई है. हालांकि इस नोटिस के मद्देनजर सुजाता मंडल का प्रतिक्रिया नहीं मिल पाई है.
सौमित्र खान विष्णुपुर (Bishnupur) सीट से लोकसभा एमपी (MP) हैं. उन्होंने साल 2019 के चुनाव में टीएमसी के श्यामल सांतरा को मात दी थी. इस जीत का श्रेय सौमित्र खान की पत्नी सुजाता मंडल को दिया जाता है. उस समय सौमित्र खान को क्षेत्र में प्रचार की मनाही थी. कलकत्ता हाई कोर्ट ( Calcutta High Court) ने उनके निर्वाचन क्षेत्र में घुसने पर ही पाबंदी लगा दी थी. इसके बाद प्रचार का मोर्चा का सुजाता मंडल ने संभाला. उन्होंने पूरे क्षेत्र में जोरदार प्रचार किया और अपने पति को जीत दिलाई. लोकसभा चुनाव में जीत के बाद सौमित्र खान का पार्टी में कद बढ़ा और उन्हें बंगाल के बीजेपी युवा मोर्चा का अध्यक्ष बनाया गया था. लेकिन पार्टी सूत्रों का कहना है कि हाल के दिनों में उनके पत्नी के साथ अच्छे संबंध नहीं थे.