चंडीगढ़ में भारतीय जनता पार्टी के नेता संजय टंडन और मेयर रवि कांत शर्मा की गाड़ी पर हमला हुआ है। संजय टंडन पहले चंडीगढ़ बीजेपी ईकाई के अध्यक्ष थे। अभी संजय टंडन पार्टी के हिमाचल ईकाई के को-इंचार्ज हैं। हमले का आरोप कृषि बिलों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे प्रदर्शनकारी किसानों पर लगा है। बताया जा रहा है कि भाजपा नेता और पार्टी के कई अन्य कार्यकर्ता सेक्टर - 48 स्थित मोटर मार्केट में पहुंचे थे। यहां स्थानीय नेताओं और मार्केट एसोसिएशन ने एक कार्यक्रम का आयोजन किया था और बीजेपी नेता इसी कार्यक्रम में शामिल होने के लिए आए थे।
जानकारी के मुताबिक कार्यक्रम में भाजपा नेता के पहुंचने के बाद प्रदर्शन शुरू हो गया। 'The Indian Express' से बातचीत में संजय टंडन ने कहा कि 'मैं अपने रेंज रोवर में था। अचानक कुछ प्रदर्शनकारी मेरी गाड़ी के करीब आ गए। उसमें से कुछ प्रदर्शनकारियों ने किसी भारी वस्तु से मेरी गाड़ी पर हमला किया। शायद यह लोहे की रॉड थी। इसके बाद प्रदर्शनकारियों ने रियर विंडस्क्रीन को तोड़ दिया। गाड़ी में तोड़फोड़ की गई। प्रदर्शनकारियों ने गाड़ी को भी खोलने की कोशिश की लेकिन वो नाकाम रहे। यह सभी बाहरी थे और हम पर पूर्व नियोजित साजिश के तहत हमला हुआ।'
भाजपा नेता का यह भी आरोप है कि यह सबकुछ पुलिस की मौजूदगी में हुआ है। कार्यक्रम में आए मेयर रवि कांत शर्मा की सरकारी गाड़ी पर भी प्रदर्शनकारियों ने हमला किया। इस हमले में उनकी गाड़ी के कांच टूट गए और ड्राइवर भी जख्मी हो गया। अब इस मामले में बीजेपी ने चंडीगढ़ पुलिस से कार्रवाई की मांग की है। कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में कहा जा रहा है कि जब प्रदर्शनकारी हिंसा करने लगे तब पुलिस वालों ने भाजपा नेता और उनके कार्यकर्ताओं को वहां से चले जाने के लिए कहा था।
इस घटना के बाद टंडन के साथ बीजेपी के स्थानीय नेता और कुछ कार्यकर्ता सेक्टर - 34 स्थित पुलिस स्टेशन भी पहुंचे। यहां वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कुलदीप चहल से थाने में उनकी बातचीत भी हुई। पुलिस ने इस मामले में करीब 6 किसानों और स्थानी गायक सरबंस प्रतीक से पूछताछ की है।