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बीजेपी ने हरक सिंह रावत को पार्टी से किया बाहर, थाम सकते हैं कांग्रेस का हाथ, पहली प्रतिक्रिया आई

jantaserishta.com
17 Jan 2022 3:33 AM GMT
बीजेपी ने हरक सिंह रावत को पार्टी से किया बाहर, थाम सकते हैं कांग्रेस का हाथ, पहली प्रतिक्रिया आई
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नई दिल्ली: उत्तराखंड सरकार में कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत को बीजेपी ने पार्टी से छह साल के लिए बर्खास्त कर दिया है। आपको बता दें कि हरक सिंह रावत के कांग्रेस ज्वाइन करने की अटकलें थी जिसकी वजह से पार्टी उन्हें बाहर का रास्ता दिखा दिया। माना जा रहा है कि पार्टी विरोधी गतिविधियों की वजह से उन्हें बीजेपी से हटाया गया है।

बोले- करना पड़ेगा कुछ
नवभारत से बातचीत में उन्होंने कहा कि 'मुझे अभी इस बारे मे कोई जानकारी नहीं है। मैं अभी दिल्ली अपने घर पहुंचा हूं, मुझे ये पूरी जानकारी केवल और केवल सोशल मीडिया के जरिए मिली है। मैं इसके बारे में पता करता हूं'। कांग्रेस ज्वाइन करने के सवाल पर हरक सिंह रावत ने कहा कि 'मेरी अभी इस बारे में कांग्रेस के किसी भी नेता से बात नहीं हुई है। अगर इन लोगों ने पार्टी से मुझे निकाल दिया है तो फिर कुछ तो करना पड़ेगा। मुझसे बीजेपी या कांग्रेस के किसी भी नेता ने कोई बात नहीं की है।'
राजनीति के मौसम वैज्ञानिक
हरक सिंह रावत को उत्तराखंड के राजनीति में मौसम वैज्ञानिक कहा जाता है। वो साल 2016 में कांग्रेस का हाथ छोड़ बीजेपी में शामिल हुए थे। उस समय वो कांग्रेस सरकार में कैबिनेट मंत्री थे लेकिन उन्हें लगा कि अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव में बीजेपी की लहर है जिस वजह से वो कांगेस से अलग होकर बीजेपी में शामिल हो गए। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार हरक सिंह रावत खुद के साथ-साथ अपने बेटे और बहु के लिए भी बीजेपी से टिकट मांग रहे थे लेकिन पार्टी इसके खिलाफ थी। अब देखना होगा कि बीजेपी से बाहर का रास्ता दिखाए जाने के बाद उनका अगला कदम क्या होगा। ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं कि वो कांग्रेस ज्वाइन कर सकते हैं लेकिन उन्होंने इसको लेकर अभी कुछ साफ नहीं किया है।
ऐसा रहा है राजनीतिक करियर
हरक सिंह रावत के राजनीतिक करियर की बात करें तो 1984 में वो पहली बार उत्तर प्रदेश में बीजेपी से चुनाव लड़े लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा। बाद में 1991 में उन्हें बीजेपी ने पौड़ी से टिकट दिया और उन्होंने जीत हासिल की। उस वक्त कल्याण सिंह की सरकार में वो कैबिनेट मंत्री रहे। साल 2002 में अलग उत्तराखंड राज्य बनने के बाद कांग्रेस ने हरक सिंह रावत को लैंसडौन से टिकट दिया और इस बार भी वो विधायक चुने गए। 2007 में भी लैंसडौन से ही दोबारा चुनाव लड़े और जीत हासिल की। 2012 के विधानसभा चुनाव में हरक सिंह रावत ने रुद्रप्रयाग विधानसभा से जीत हासिल की।

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