भारत
भाजपा उम्मीदवार एस सेल्वगणपति राज्यसभा के लिए चुने गए निर्विरोध
jantaserishta.com
27 Sep 2021 1:10 PM GMT
x
बड़ी खबर
भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार एस सेल्वगणपति को सोमवार को पुडुचेरी से राज्यसभा की अकेली सीट पर बिना किसी चुनाव के निर्वाचित घोषित किया गया है. प्रादेश विधानसभा के सचिव आर मौनीसामी ने एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा कि सेल्वगणपति को 6 अक्टूबर को खाली होने वाली सीट के लिए निर्विरोध निर्वाचित घोषित किया गया.
यह पहली बार है जब बीजेपी को उच्च सदन में पुडुचेरी से प्रतिनिधित्व मिल रहा है. नामांकन वापस लेने का सोमवार को आखिरी दिन था. केवल सेल्वगणपति का नामांकन पत्रों की जांच के दौरान क्रम में पाया गया, जबकि पांच अन्य उम्मीदवारों (निर्दलीय) के नामांकन खारिज कर दिए गए क्योंकि उनके पास आवश्यक संख्या में प्रस्तावक नहीं थे. सेल्वगणपति 1962 से पुडुचेरी से राज्यसभा के 10वें सदस्य हैं. उन्होंने पुडुचेरी में गठबंधन सरकार का नेतृत्व करने वाली एआईएनआरसी (AINRC) के समर्थन से नामांकन दाखिल किया था.
इसके अलावा केंद्रीय मंत्री सर्बानंद सोनोवाल सोमवार को असम से राज्यसभा के लिए निर्विरोध निर्वाचित घोषित कर दिए गए. असम से इस सीट के लिए सोनोवाल एकमात्र उम्मीदवार थे और नाम वापस लेने के आखिरी दिन निर्वाचन अधिकारी ने उन्हें संसद के उच्च सदन के लिए निर्वाचित घोषित किया. इसके साथ, असम से राज्यसभा में सत्तारूढ़ बीजेपी की सीटों की संख्या बढ़कर तीन हो गई, जबकि उसके सहयोगी असम गण परिषद के पास राज्यसभा की एक सीट है. असम में राज्यसभा की कुल सात सीटें हैं, जिनमें से दो सीटें कांग्रेस के पास हैं और एक सीट पर निर्दलीय सदस्य है.
राज्य और लोगों की बेहतरी के लिए काम करते रहेंगेः सर्बानंद सोनोवाल
सोनोवाल ने मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा और प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष भबेश कालिता के साथ दोपहर में राज्य विधानसभा परिसर से निर्वाचन अधिकारी से चुनाव प्रमाण पत्र लिया. इसके बाद सोनोवाल ने कहा कि वह राज्य और लोगों की बेहतरी के लिए काम करते रहेंगे. उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और असम के मुख्यमंत्री सहित भाजपा नेतृत्व को समर्थन के लिए धन्यवाद दिया. उन्होंने कहा, 'मैं असम के लोगों और विशेष रूप से माजुली का मुझ पर अटूट विश्वास और भरोसा दिखाने के लिए धन्यवाद व्यक्त करता हूं.'
सोनोवाल (59) को जुलाई में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मंत्रिमंडल में बंदरगाह, जहाजरानी और आयुष मंत्री के रूप में शामिल किया गया था. इससे उनका सांसद बनना आवश्यक हो गया था. पूर्व मुख्यमंत्री सोनोवाल ने जिस सीट के लिए अपना नामांकन पत्र दाखिल किया था, वह असम विधानसभा अध्यक्ष बिस्वजीत डेमरी के उच्च सदन से इस्तीफा देने के कारण खाली हुई थी. डेमरी ने विधानसभा चुनाव में निर्वाचित होने के बाद उच्च सदन से इस्तीफा दिया था.
jantaserishta.com
Next Story