गूगल पर राजनीतिक विज्ञापन के मामले में भाजपा आगे, भगवा पार्टी ने खर्च किए इतने करोड़

नई दिल्ली: केंद्र की सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी ने तकनीक के दौर में स्मार्ट वर्क करते हुए और स्मार्ट सोच दिखाते हुए पिछले साल गूगल एड पर करीब 19 करोड़ रुपये खर्च किए हैं। 2023 में देशभर के कुल नौ राज्यों में विधानसभा चुनाव हुए थे। इन चुनावों में बीजेपी ने गूगल एड के जरिए …
नई दिल्ली: केंद्र की सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी ने तकनीक के दौर में स्मार्ट वर्क करते हुए और स्मार्ट सोच दिखाते हुए पिछले साल गूगल एड पर करीब 19 करोड़ रुपये खर्च किए हैं। 2023 में देशभर के कुल नौ राज्यों में विधानसभा चुनाव हुए थे। इन चुनावों में बीजेपी ने गूगल एड के जरिए विज्ञापन प्रसारित कराए थे। गूगल एड पर खर्च करने के मामले में बीजेपी सभी राजनीतिक दलों में सबसे आगे रही है। इस मामले में कांग्रेस बहुत पीछे रही है।
Google Ad पारदर्शिता डेटा से पता चलता है कि बीजेपी ने 2023 में लगभग 19 करोड़ रुपये खर्च किए हैं। इसमें विधानसभा चुनावों के दौरान पार्टी का विज्ञापन और उस वर्ष के दौरान मोदी सरकार की उपलब्धियों को उजागर करने वाले विज्ञापन भी दिखाए गए थे। ये सभी विज्ञापन यूट्यूब के जरिए दिखाए गए।
चूंकि इस साल लोकसभा चुनाव होना है। इसलिए माना जा रहा है कि बीजेपी का गूगल एड पर खर्च उसी अनुपात में बढ़ सकता है। 2019 के लोकसभा चुनावों के दौरान बीजेपी ने गूगल एड पर 17 करोड़ रुपये खर्च किए थे। बीजेपी ने पिछले साल अधिकांश गूगल एड विधानसभा चुनावों के लिए जारी किए थे। इनमें कर्नाटक विधानसभा चुनावों में सबसे ज्यादा खर्च किए गए थे लेकिन वहां पार्टी सत्ता में वापस नहीं आ सकी।
बीजेपी ने कर्नाटक चुनाव से जुड़े Google विज्ञापनों पर 7.2 करोड़ रुपये खर्च किए थे। मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में बीजेपी ने गूगल ऐड पर 7.71 करोड़ रुपये खर्च किए। उधर, तेलंगाना विधानसभा चुनाव में केसीआर के नेतृत्व वाली बीआरएस ने सबसे ज्यादा 12.1 करोड़ रुपये के विज्ञापन जारी किए, जो सालभर में कुल गूगल एड जारी करने वाली दूसरी सबसे बड़ी पार्टी रही।
कांग्रेस ने Google Ads पर सिर्फ 4.59 करोड़ रुपये खर्च किए। इनमें भी अधिकांश पैसा कर्नाटक चुनाव के दौरान खर्च किया गया। मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में, कांग्रेस ने Google विज्ञापनों पर बहुत ही मामूली राशि खर्च की।
