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दुनिया के दो ताकतवर नेताओं की द्विपक्षीय बैठक, पीएम मोदी का अमेरिकी मीडिया हुआ कायल

jantaserishta.com
17 Sep 2022 7:06 AM GMT
दुनिया के दो ताकतवर नेताओं की द्विपक्षीय बैठक, पीएम मोदी का अमेरिकी मीडिया हुआ कायल
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न्यूज़ क्रेडिट: हिंदुस्तान/पीटीआई
अमेरिकी मीडिया ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की शुक्रवार को जमकर तारीफ की।
नई दिल्ली: अमेरिकी मीडिया ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की शुक्रवार को जमकर तारीफ की। पीएम मोदी की सराहना रूस के राष्ट्रपति व्लादीमिर पुतिन को यह बताने के लिए हुई कि यह यूक्रेन में युद्ध करने का समय नहीं है। मोदी और पुतिन के बीच उज्बेकिस्तान के समरकंद में हुई बातचीत को अमेरिकी मीडिया ने बड़ी कवरेज दी। 'द वाशिंगटन पोस्ट' ने टाइटल दिया, 'मोदी ने यूक्रेन में युद्ध के लिए पुतिन को फटकार लगाई।'
दैनिक समाचार पत्र ने लिखा, 'मोदी ने पुतिन को आश्चर्यजनक रूप से सार्वजनिक फटकार लगाते हुए कहा: 'आधुनिक दौर युद्ध का युग नहीं है और मैंने आपसे इस बारे में फोन पर बात की है।' इसमें कहा गया कि इस निंदा के कारण 69 वर्षीय रूसी नेता सभी पक्षों की ओर से अत्यधिक दबाव में आ गए।
पुतिन ने मोदी से कहा, 'मैं यूक्रेन में संघर्ष पर आपका रुख जानता हूं, मैं आपकी चिंताओं से अवगत हूं, जिनके बारे में आप बार-बार बताते रहते हैं। हम इसे जल्द से जल्द रोकने के लिए हर संभव कोशिश कर रहे हैं। दुर्भाग्यपूर्ण रूप से, विरोधी पक्ष यूक्रेन के नेतृत्व ने बातचीत प्रक्रिया छोड़ने का ऐलान किया। उसने कहा कि वह सैन्य माध्यमों से यानी 'युद्धक्षेत्र में' अपना लक्ष्य हासिल करना चाहता है। फिर भी, वहां जो भी हो रहा है, हम आपको उस बारे में सूचित करते रहेंगे।'
यह 'द वाशिंगटन पोस्ट' और 'द न्यूयॉर्क टाइम्स' के वेबपेज की मुख्य खबर थी। 'द न्यूयॉर्क टाइम्स' ने शीर्षक दिया, 'भारत के नेता ने पुतिन को बताया कि यह युद्ध का दौर नहीं है।' उसने लिखा, 'बैठक का लहजा मित्रवत था और दोनों नेताओं ने अपने पुराने साझा इतिहास का जिक्र किया। मोदी के टिप्पणी करने से पहले पुतिन ने कहा कि वह यूक्रेन में युद्ध को लेकर भारत की चिंताओं को समझते हैं।'
समाचार पत्र ने कहा, 'मोदी ने चीन के राष्ट्रपति शी चिनपिंग की यूक्रेन के हमले के बाद पुतिन के साथ पहली आमने-सामने की बैठक के एक दिन बाद टिप्पणियां कीं। चिनपिंग ने रूसी राष्ट्रपति की तुलना में अधिक शांत लहजा अपनाया और अपने सार्वजनिक बयानों में यूक्रेन के जिक्र से बचने की कोशिश की।'
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