बिहार के नए डिप्टी सीएम चर्चा में, सम्राट चौधरी ने किया ये ऐलान

पटना: लालू यादव की पार्टी का साथ छोड़कर नीतीश कुमार ने एनडीए के साथ मिलकर एक बार फिर बिहार में सरकार बनाई है. बीते दिन उन्होंने सीएम पद की शपथ ली. साथ ही बीजेपी नेता सम्राट चौधरी और विजय सिन्हा ने डिप्टी सीएम पद की शपथ ली. अब सम्राट चौधरी 'पगड़ी वाली कसम' को लेकर …
पटना: लालू यादव की पार्टी का साथ छोड़कर नीतीश कुमार ने एनडीए के साथ मिलकर एक बार फिर बिहार में सरकार बनाई है. बीते दिन उन्होंने सीएम पद की शपथ ली. साथ ही बीजेपी नेता सम्राट चौधरी और विजय सिन्हा ने डिप्टी सीएम पद की शपथ ली. अब सम्राट चौधरी 'पगड़ी वाली कसम' को लेकर सुर्खियों में हैं. विपक्ष उन पर हमलावर है और लगातार तंज कस रहा है.
'पगड़ी वाली कसम' के सवाल पर सम्राट चौधरी ने कहा, बीजेपी मेरी दूसरी मां है. जब मेरी मां चली गई तो मैंने पगड़ी बांधी थी. आज अगर दूसरी मां के सम्मान के लिए मुझे अयोध्या जाकर सिर मुड़वाना पड़े तो मुझे मंजूर है. अयोध्या में पगड़ी खोलेंगे. भगवान श्रीराम के चरणों में सिर मुड़वाएंगे.
सम्राट चौधरी ने कहा कि पिछले 48 घंटे में सभी ने बिहार की राजनीतिक स्थिति को देखा. जेडीयू की तरफ से प्रस्ताव आया तो हमने साथ दिया. जेडीयू को तोड़ने का प्रयास किया जा रहा था. बीजेपी ने 1997 में समता पार्टी के साथ गठबंधन किया था. 2005 में हमने बिहार से जंगलराज खत्म किया.
डिप्टी सीएम ने कहा कि बिहार में डबल इंजन की सरकार विकास के लिए काम करेगी. बिहार में बड़ा परिवर्तन हुआ है. बीजेपी के केंद्रीय नेतृत्व पर बिहार के हर कार्यकर्ता को भरोसा है. आरजेडी ने जंगलराज को गुंडाराज में बदलने की मंशा रखी थी. जनादेश बिहार की शांति के लिए था. हमको सुशासन स्थापित करना है. ये सेवा का अवसर है, मेवा खाना हमारा मकसद नहीं.
बताते चलें कि बीते दिन आरजेडी के वरिष्ठ नेता अब्दुल बारी सिद्दीकी (Abdul Bari Siddiqui) ने चौधरी पर तंज कसा था. उन्होंने कहा था कि सम्राट ने प्रतिज्ञा ली थी कि वो जब तक नीतीश कुमार को सत्ता से हटाएंगे नहीं, पगड़ी नहीं खोलेंगे. लगता है कि उन्होंने अभी पगड़ी इसलिए नहीं खोली है क्योंकि उनका संकल्प जारी है.
इतना ही नहीं उन्होंने सीएम नीतीश कुमार पर भी तंज कसा था. उन्होंने कहा कि राजद अपनी जिस नीति और सिद्धांत पर चलती रही है, उसको लेकर ही आगे बढ़ेंगे. नीतीश कुमार के बारे में लोग कैसी-कैसी प्रतिक्रिया कर रहे हैं, वो सुनने लायक है. अब तो नीतीश कुमार ऐतिहासिक पुरुष हो गए हैं. वो अमर हो गए हैं. नौ बार मुख्यमंत्री हो गए. गिनीज बुक में नाम आ रहा है.
