बिहार न्यूज़: सड़कों पर बोरे बेचने को मजबूर सरकारी स्कूल के प्रिंसिपल, देखे वीडियो
बिहार में सरकारी स्कूल के प्रिंसिपल के लिए नीतीश सरकार के एक आदेश पर सियासत शुरू हो गई है। सरकार का आदेश है कि मिड-डे-मील के लिए अनाज जिस बोरे में आता है, उसे बेचकर प्रिंसिपल पैसा सरकार को दें। इसके लिए बकायदा सरकार ने रेट भी फिक्स किए हैं। इसके बाद से ही प्रिंसिपल स्कूल में पढ़ाने की बजाय सड़क पर बोरा बेचते दिखाई दे रहे हैं। ऐसा ही नजारा देखने को मिला कटिहार के जिले के कड़वा प्रखंड में। जहां के एक सरकारी स्कूल के प्रिंसिपल मुहम्मद तमीजुद्दीन हर सुबह अपने सिर पर खाली बोरियों का ढेर लेकर स्थानीय बाजार जाते हैं और उन्हें वहां बेचने की कोशिश करते हैं।
बिहार के नियोजित शिक्षक मिडडे मील के अनाज का बोरा बेचते हुए!
— Rashtriya Janata Dal (@RJDforIndia) August 8, 2021
दरअसल शिक्षकों को 2014-2016 वित्तीय वर्ष का मिडडे मील अनाज का बोरा ₹10 प्रति बेचने का विभागीय आदेश मिला है!
रही बात चूहों की तो "सुशासन" पीड़ित बिहारवासी अरबों का बांध, शराब निगल जानेवाले चूहों की महिमा खूब जानते हैं! pic.twitter.com/Vkr0EIuFxW