भारत

बिहार चुनाव: राहुल गांधी की नवादा में पहली रैली, कहा- इस बार बिहार की जनता नीतीश और मोदी को देगी करारा जवाब

Nilmani Pal
23 Oct 2020 8:39 AM GMT
बिहार चुनाव: राहुल गांधी की नवादा में पहली रैली, कहा- इस बार बिहार की जनता नीतीश और मोदी को देगी करारा जवाब
x
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने पहली बार बिहार में संयुक्त रूप से चुनावी सभा को संबोधित किया

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। बिहार चुनावों में महागठबंधन की तरफ से मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार और राजद नेता तेजस्वी यादव और कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने पहली बार बिहार में संयुक्त रूप से चुनावी सभा को संबोधित किया और कहा कि इस बार बिहार की जनता नीतीश और मोदी को करारा जवाब देगी. नवादा जिले के हिसुआ विधान सभा क्षेत्र में आयोजित चुनावी रैली में राहुल गांधी ने इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर जमकर निशाना साधा. तेजस्वी ने सीधे तौर पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए शुरुआती भाषण में कहा कि वो उबाऊ और थकाऊ भाषण देने नहीं आए हैं. उन्होंने भोजपुरी में कहा कि 15 साल से डबल इंजन की सरकार है लेकिन क्या ब्लॉक या जिला में कोई काम बिना चढ़ावा दिए होता है?


तेजस्वी ने नीतीश पर निशाना साधते हुए कहा कि जब कोरोना संक्रमण फैला तो नीतीश कुमार खुद मुख्यमंत्री आवास में बंद हो गए थे और हम-सबको सड़क पर छोड़ दिया. उन्होंने कहा कि 90 दिन बाद सीएम आवास से बाहर निकलने वाले नीतीश जी अब अपने साथ दो-दो डब्बा लेकर चलते हैं, कहीं कोरोना न हो जाय लेकिन राज्यवालों की चिंता उन्हें नहीं है. तेजस्वी ने प्रवासी श्रमिकों को ललकारते हुए कहा कि जब आप लोग कोरोना में बाहर फंसे हुए थे तो नीतीश जी ने आपको यहां आने से भी मना कर दिया था.

तेजस्वी ने सभा में उपस्थित लोगों से पूछा कि क्या 15 साल में नीतीश जी ने आपको रोजगार दिया, पलायन रोका? उन्होंने राज्य में उद्योग धंधे लगवाए? तेजस्वी ने कहा, "नीतीश जी कहते हैं कि बिहार समंदर के किनारे नहीं है इसलिए यहां उद्योग नहीं लग सके लेकिन मैं पूछना चाहता हूं कि लालू जी ने रेल मंत्री रहते हुए मधेपुरा, छपरा में रेल कारखाना लगवाए या नहीं लगवाए?"

तेजस्वी ने कहा, "देखा भाई लोग, हम नवरात्र कैले बानी, झूठ न बोलब, हम सीधा बात करतनी, जो कहतनी, वो सच कर तानी. मुख्यमंत्री बनते ही पहली अगर हमारी कलम चलेगी तो पहली कैबिनेट मीटिंग में 10 लाख नौजवानों को सरकारी नौकरी देंगे." तेजस्वी ने पीएम मोदी पर भी निशाना साधा और पूछा कि उस विशेष पैकेज का क्या हुआ जिसके लिए आपने पांच साल पहले बिहार की बोली लगाई थी.

उन्होंने कहा कि नीतीश जी बजट का 40 फीसदी पैसा खर्च भी नहीं कर पाते हैं और हमसे पूछते हैं कि पैसा कहां से आएगा? तेजस्वी ने कहा कि सरकारी नौकरी के अलावा प्राइवेट नौकरियां भी मिलेंगी. उन्होंने युवकों से कहा फॉर्म भरने की फीस और परीक्षा केंद्रों तक जाने का किराया भा हम माफ कर देंगे. आशा कार्यकर्ता और जीविका दीदियों को स्थाई करेंगे.

तेजस्वी ने कहा कि उनकी सरकार सवर्णों, दलितों, गरीबों, पिछड़ों, अतिपिछड़ों, अल्पसंख्यकों सभी को एकसाथ लेकर चलेगी. उन्होंने लोगों से हाथ उठवाकर पूछा कि आपलोगों का आशीर्वाद है न? तेजस्वी ने कहा कि 9 नवंबर को लालू जी की रिहाई हो रही है, उसी दिन मेरा जन्मदिन भी है और 10 तारीख को नीतीश जी की विदाई है.

राहुल गांधी ने अपने संबोधन में नीतीश कुमार और पीएम मरेंद्र मोदी के भाषण पर तंज कसा और लोगों से पूछा कि उनका भाषण आपलोगों को कैसा लगा? कांग्रेस नेता ने कहा सवाल शहीदों के सामने सिर झुकाने का नहीं है, सवाल यह है कि जब बिहार के युवा सैनिक शहीद हुए तो देश के प्रधानमंत्री ने क्या कहा और क्या किया, सवाल ये है. उन्होंने लद्दाख में सीमा की रक्षा कर रहे बिहार-यूपी के जवानों को याद करते हुए कहा को वो माइनस 12 डिग्री तापमान पर काम करते हैं, कठिन स्थितियों में ड्यूटी करते हैं लेकिन जब चीन ने हमारी जमीन कब्जा ली तो पीएम ने ये क्यों बोला कि चीनी सैनिक हमारे देश के अंदर नहीं घुसे.

राहुल ने पीएम पर सैनिकों और देशवासियों से झूठ बोलने का आरोप लगाया, राहुल ने पूछा कि मोदीजी आप ये बताइए कि चीनी सैनिकों को हमारी सरजमीं से कब वापस भेजोगे? उन्होंने लोगों से पूछा कि क्या मोदी जी ने आपको रोजगार दिया, पिछले चुनावों में उन्होंने पैकेज देने की भी बात की थी, वो मिला?

राहुल ने पूछा कि नोटबंदी का फायदा मिला आपको? आपने जो पैसा जमा किया वो कहां गया? राहुल ने कहा आपका पैसा छीनकर पीएम ने अडानी-अंबानी का कर्जा माफ कर दिया, जबकि कांग्रेस की सरकारों ने किसानों का कर्ज माफ किया. राहुल ने कहा कि अमीरों के लिए मोदी जी ने जीएसटी लागू कर सभी छोटे व्यापारियों को खत्म कर दिया. उन्होंने कहा कि आनेवाले दिनों में पूरा हिन्दुस्तान दो-तीन पूंजीपतियों के हाथ में होगा और आपके खेतों पर पूंजीपतियों का कब्जा होगा.

राहुल ने कहा को कोरोना हुआ तो बिहार के सभी श्रमिकों को दिल्ली से भगाकर भेजा गया. उन्होंने कहा कि जब आप पैदल आ रहे थे, भूखे-प्यासे थके हारे आ रहे थे तब मोदी जी ने आपकी मदद नहीं की. उन्होंने कहा कि वो दिखाने के लिए सर झुकाते हैं लेकिन जब समय आता है तो आपकी मदद नहीं करते. राहुल ने उम्मीद जताई कि इस बार बिहार नरेंद्र मोदी और नीतीश कुमार को जवाब देने जा रहा है.

Next Story