Bihar Assembly Election 2020: बिहार में बीजेपी ने प्रदेश उपाध्यक्ष समेत 9 नेताओं को पार्टी से निकाला
जनता से रिश्ता वेबडेस्क | पटना, बिहार विधानसभा चुनाव से पहले भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने पार्टी के नौ वरिष्ठ नेताओं को निलंबित कर दिया है। कार्रवाई छह वर्षों के लिए की गई है। पार्टी विरोधी गतिविधियों के लिए बिहार भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ. संजय जायसवाल ने नेताओं को बाहर का रास्ता दिखाया है। पार्टी की कार्रवाई की जद में आने वाले नेताओं में प्रदेश उपाध्यक्ष राजेंद्र सिंह रामेश्वर चौरसिया के अलावा ऊषा विद्यार्थी और अन्य नेता हैं।
छह साल के लिए किया गया भाजपा से निलंबित
जिन नेताओं को छह साल के लिए पार्टी से निकाला गया है उनमें राहतास से राजेंद्र सिंह, और रामेश्वर चौरसिया, पटना से ऊषा विद्यार्थी और अनिल कुमार के नाम शामिल हैं। वहीं झाझा से रवींद्र यादव, भोजपुर से श्वेता सिंह, जहानाबाद से इंदु कश्यप, जमुई से अजय प्रताप और मृणाल शेखर के नाम शामिल हैं। बिहार भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ. संजय जायसवाल ने पत्र जारी करते हुए लिखा कि निलंबित नेता एनडीए प्रत्याशी के विरुद्ध चुनाव लड़ रहे थे। इससे एनडीए के साथ-साथ पार्टी की छवि धूमिल हो रही थी। ये पार्टी के अनुशासन के खिलाफ है। अंतः ये कार्रवाई की जा रही है।
एक दिन पहले ही जारी की थी दूसरे चरण के उम्मीदवारों की सूची
गौरतलब हो कि बिहार में विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा ने रविवार को ही दूसरे चरण के प्रत्याशियों के नाम की घोषणा की थी। दूसरे दौर में पार्टी ने युवाओं पर सर्वाधिक भरोसा जताया है। जबकि कई विधायकों के टिकट भी काटे हैं। केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे के पुत्र को भी इसबार पार्टी ने टिकट नहीं दिया है। साथ ही चनपटिया के विधायक प्रकाश राय, अमनौर के शत्रुघ्न तिवारी उर्फ चोकर बाबा और सिवान के व्यासदेव प्रसाद की छुट्टी हो गई है। वहीं पटना शहर की सभी पांच विधानसभा में बीजेपी ने अपने विधायकों पर फिर से भरोसा जताया है।