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श्रीलंका के राष्ट्रपति का बड़ा बयान, पंडित जवाहर लाल नेहरू को लेकर कही यह बात

jantaserishta.com
16 Aug 2022 7:52 AM GMT
श्रीलंका के राष्ट्रपति का बड़ा बयान, पंडित जवाहर लाल नेहरू को लेकर कही यह बात
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न्यूज़ क्रेडिट: आजतक

नई दिल्ली: पड़ोसी देश श्रीलंका के राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे (Ranil Wickremesinghe) ने सोमवार को भारत के 75वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू को याद कर उनकी सराहना की.

भारत ने श्रीलंका को एक डोर्नियर टोही विमान उपहार में दिया है. इसी से जुड़े कार्यक्रम को संबोधित करते हुए विक्रमसिंघे ने कहा कि वैश्विक स्तर पर भारत का वर्चस्व नेहरू को श्रद्धांजलि है.
विक्रमसिंघे ने कहा, मैं यूट्यूब पर पंडित जवाहर लाल नेहरू का एक भाषण सुन रहा था, जो उन्होंने भारत के स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर दिया था. यह भाषण था ट्राइस्ट ऑफ डेस्टनी. उन्होंने इस दौरान नेहरू के चर्चित भाषण 'ट्राइस्ट विद डेस्टनी' (Tryst With Destiny) भाषण का एक हिस्सा भी पढ़कर सुनाया.
उन्होंने कहा कि नेहरू ने भारत के विकास का जो बीज बोया था, वह अब विशाल वृक्ष बनने जा रहा है. आज भारत एक विश्व शक्ति बनने जा रहा है. भारत लगातार आगे बढ़ रहा है. इस सदी के मध्य तक आप एक ऐसे शक्तिशाली भारत को देखेंगे, जो वैश्विक स्तर पर अहम किरदार निभाएगा. यह एक तरह से पंडित नेहरू को श्रद्धांजलि है.
विक्रमसिंघे ने भारत के एक और पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का भी जिक्र करते हुए कहा कि एक बार वाजपेयी ने संसद में नेहरू का उल्लेख करते हुए उन्हें आधा चर्चिल और आधा चैंबरलिन बताया था. लेकिन उसी शाम वाजपेयी की खाने पर नेहरू से मुलाकात हुई. नेहरू ने वाजपेयी से कहा कि आपने अच्छा भाषण दिया और यह कहकर उनकी पीठ थपथपाई. यह नेहरू की महानता को दर्शाता है.
विक्रमसिंघे ने भारत, श्रीलंका संबंधों को मजबूत करने में नेहरू की भूमिका का भी जिक्र किया. उन्होंने कहा कि बहुत कम लोग जानते हैं कि श्रीलंका को संयुक्त राष्ट्र का सदस्य बनने में नेहरू ने हमारा पूरा समर्थन किया था.
उन्होंने कहा, मेरे पिता नेहरू को बहुत अच्छे जानते थे लेकिन मैं उन्हें दूर से ही जान पाया. जब मैं छात्र था तो उनकी कार को इंडिया हाउस से गुजरते देखता था. लेकिन मुझे भारत के कई अन्य नेताओं और प्रधानमंत्री से मिलने का मौका मिला, जिसमें पूर्व प्रधानमंत्री मोरारजी देसाई, चरण सिंह, राजीव गांधी और नरसिम्हा राव, इंद्रकुमार गुजराल, अटल विहारी वाजपेयी, मनमोहन सिंह और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बहुत अच्छे से जानता हूं. मैं इस विमान के लिए उनका शुक्रगुजार हूं.
राष्ट्रपति विक्रमसिंघे ने श्रीलंका के नए नेताओं को उनके भारतीय समकक्षों को जानने और समझने की सलाह दी ताकि बेहतर काम कर सकें.
बता दें कि भारत ने सोमवार को श्रीलंका को एक डोर्नियर समुद्री टोही विमान उपहार में दिया. यह समुद्री विमान श्रीलंका को जलक्षेत्र में तस्करी सहित कई तरह के अपराध और चुनौतियों से निपटने में मदद करेगा.

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