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राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का बड़ा बयान, सरकार गिराने को लेकर कही यह बात

jantaserishta.com
25 Jun 2022 12:54 PM GMT
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का बड़ा बयान, सरकार गिराने को लेकर कही यह बात
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न्यूज़ क्रेडिट: हिंदुस्तान

जयपुर: राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि उनकी सरकार गिराने के मुख्य किरदार गजेंद्र सिंह शेखावत थे, जो सचिन पायलट के साथ मिले हुए थे। केंद्रीय मंत्री का यह कहना कि सचिन पायलट से चूक हो गई। यह साबित हो गया है कि सरकार गिराने में शेखावत सचिन पायलट के साथ मिले हुए थे। उल्लेखनीय है कि हाल ही में केंद्रीय मंत्री शेखावत ने कहा कि था कि सचिन पायलट से चूक हो गई वरना राजस्थान में भी मध्यप्रदेश जैसे हालात होते।

सीएम गहलोत ने सीकर जिले के लक्ष्मणगढ़ में मीडिया से बात करते हुए कहा कि गजेंद्र सिंह शेखावत को बल्कि कोर्ट का नोटिस लेट सर्व हुआ है। वो बचते रहे, बचते रहे, ये तो कानून अपना काम करे। गजेंद्र सिंह शेखावत को अपनी आवाज का सैंपल देने मे क्या तकलीफ है। ये स्वीकार भी कर चुके है कोर्ट के अंदर दिल्ली के अंदर इनकी आवाज है वो, पुलिस वहां स्वीकार कर चुकी है। हलफनामा के अंदर। गजेंद्र सिंह शेखावत ने लोकेश शर्मा के खिलाफ केस दर्ज कराया है। उल्टा चोर कोतवाल को डांटे वाली बात है। सरकार गिराने के मुख्य किरदार थे। आप एक्सपोज हो गए है। जब आपकी फोन टैंपिग के अंदर आवाज आई। दुनिया जानती है कि आवाज आपकी है। गजेंद्र सिंह ने सरकार गिराने का षड्यत्र किया।
सीएम गहलोत ने कहा कि दो गलतियां गजेंद्र सिंह शेखावत ने की। एक तो उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री वादा नहीं किया है। एक शब्द नहीं बोला ईआरसीपी के बारे में। मैं खुद मौजूद था अजमेर में। अगर ये सिद्ध हो जाए तो मैं राजनीति छोड़ दूंगा। तो प्रदेश की जनता इंतजार कर रही है कि गजेंद्र सिंह शेखावत कब राजनीति छोड़ रहे हैं। एक बात तो ये हैं। दूसरा उन्होंने कहा कि सचिन पायलट अगर सक्सेस हो जाते, तो पानी पहुंच जाता। 13 जिलों का मामला है। ये 13 जिलों वाले भाजपा का साफ कर देंगे। क्योंकि इतना आक्रोश है वहां। हर परिवार में आक्रोश है। क्योंकि पानी चाहिए। पीने के लिए। सिंचाई के लिए। आप राजस्थान के प्रतिनिधि हो। मंत्री हो केंद्र में। इतना महत्वपूर्ण विभाग है। राजस्थान के हित में एक योजना तो प्रधानमंत्री से समन्वय करके राष्ट्रीय परियोजना नहीं बनवा पाते। बनवा सकते हैं। अगर वो नहीं बनवा पाते तो फिर उनका नैतिक अधिकार क्या है। बात करने का।
सीएम गहलोत ने कहा कि महाराष्ट्र की परिस्थिति सब देख रहे हैं। अब वहां क्या स्थिति बनती है। आने वाला वक्त बतायेगा। लेकिन यह अच्छी परंपरा नहीं है। सीएम ने कहा कि मेरी दृष्टि से वहां हाॅर्स ट्रेडिंग हो रही है। पहले मध्यप्रदे, राजस्थान और फिर महाराष्ट्र। ये बहुत ही अशुभ संकेत है। देश के लिए और लोकतंत्र के लिए। लोगों को इन बातों को समझना चाहिए। लोकतंत्र में जनता ही माई-बाप होती है। लोकतंत्र में जनता ही सरकार बनवाती है। जनता ही घर भेजती है। देश में महंगाई है। बेरोजगारी है। देश की अर्थव्यवस्था गर्त में जा रही है।

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