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एनआईए का बड़ा बयान आया

jantaserishta.com
12 Sep 2022 11:35 AM GMT
एनआईए का बड़ा बयान आया
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न्यूज़ क्रेडिट: हिंदुस्तान
नई दिल्ली: सोमवार को कई जगहों पर छापेमारी के बाद राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने स्पष्टीकरण देते हुए कहा है कि वह पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड की जांच नहीं कर रही है। आधिकारिक सूत्रों ने सोमवार को कहा कि मूसेवाला की हत्या की जांच एनआईए नहीं कर रही है। बता दें कि यह स्पष्टीकरण ऐसे समय में आया है जब आतंकवाद रोधी एजेंसी ने सोमवार को अंतरराष्ट्रीय और अंतर-राज्यीय पहुंच रखने वाले गैंगस्टरों से जुड़े मामले में उत्तर भारत में 50 स्थानों पर तलाशी ली।
आधिकारिक सूत्रों ने कहा, "गंभीर अंतरराष्ट्रीय और अंतर-राज्यीय प्रभाव वाले गैंगस्टरों की गतिविधियों के खिलाफ मामलों की जांच के संबंध में एनआईए आज पूरे उत्तर भारत में 50 स्थानों पर तलाशी ले रही है। सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड का मामला एनआईए जांच के अधीन नहीं है।" दरअसल एनआईए ने कथित गैंगस्टरों के मादक पदार्थ-आतंकवाद से जुड़े एक मामले में तीन राज्यों में सोमवार को छापे मारे।
सूत्रों ने कहा कि गिरोह के ये सदस्य अपने नापाक मंसूबों को पूरा करने के लिए जबरन वसूली, नशीली दवाओं की तस्करी और अन्य संगठित आपराधिक गतिविधियों में शामिल हैं। गैंगस्टर नीरज बवाना से जुड़े दिल्ली के ताजपुर गांव के साथ-साथ हरियाणा के यमुनानगर में गैंगस्टर कला राणा के आवास पर राज्य पुलिस बलों के सहयोग से छापेमारी की जा रही है।
अधिकारियों ने यह जानकारी देते हुए बताया कि इनमें से कुछ गैंगस्टर पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला की हत्या में भी शामिल हैं। अधिकारियों ने बताया कि पंजाब, उत्तर प्रदेश और हरियाणा तथा गोल्डी बरार और जग्गू भगवानपुरिया के आवास समेत अन्य ठिकानों पर छापे मारे जा रहे हैं। ये दोनों मूसेवाला की हत्या के मामले में भी आरोपी हैं।
एनआईए पंजाब से मादक पदार्थ की तस्करी में पंजाब में गिरोह की कथित संलिप्तता तथा बाद में इस धन का इस्तेमाल आतंकवाद संबंधित गतिविधियों में करने संबंधी एक मामले की जांच कर रही है। अधिकारियों ने बताया कि यमुना नगर, मजीठा रोड, मुक्तसर, गुरदासपुर और गुरुग्राम में छापे मारे गए।
मूसेवाला की हत्या के मामले की जांच पंजाब पुलिस कर रही है और इस मामले में अभी तक 23 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। मूसेवाला की 29 मई को मनसा में उस समय गोली मारकर हत्या कर दी गयी थी जब वह अपने दोस्त तथा रिश्तेदार के साथ एक जीप में जवाहर के गांव जा रहे थे। इससे एक दिन पहले पंजाब पुलिस ने अस्थायी रूप से उनकी सुरक्षा कम कर दी थी। लॉरेंस बिश्नोई गिरोह के सदस्य गोल्डी बरार ने इस हत्या की जिम्मेदारी ली थी।
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