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गोरक्षक मोनू मानेसर को लेकर बड़ा खुलासा, मचा हड़कंप

jantaserishta.com
15 Sep 2023 11:01 AM GMT
गोरक्षक मोनू मानेसर को लेकर बड़ा खुलासा, मचा हड़कंप
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मोनू गैंगस्टर लारेंस बिश्नोई के भाई अनमोल बिश्नोई से संपर्क में था.
नई दिल्ली: राजस्थान के डीग जिले की एक अदालत ने राज्य के दो मुस्लिम व्यक्तियों की हत्या के मामले में गोरक्षक मोनू मानेसर को गुरुवार को 15 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया. इस बीच मोनू मानेसर के जब्त मोबाइल फोन से बड़ा खुलासा हुआ है. जांच में यह बात सामने आई है कि मोनू गैंगस्टर लारेंस बिश्नोई के भाई अनमोल बिश्नोई से संपर्क में था.
मोनू मानेसर सिग्नल एप से अनमोल बिश्नोई से बातचीत करता था और बिश्नोई गैंग में शामिल होना चाहता था. अनमोल बिश्नोई सिद्धू मूसावला हत्याकांड में वांटेड है और फिलहाल अमेरिका में छुपा हुआ है.अनमोल बिश्नोई पर दिल्ली, पंजाब में कई मामले दर्ज हैं. हरियाणा पुलिस ने मोनू का मोबाइल डेटा खंगाला जिसके बाद बिश्नोई गैंग को लेकर यह खुलासा हुआ है.
एक शीर्ष पुलिस अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर,'मोनू और लॉरेंस दोनों कथित गौ भक्त हैं. मोनू ने कबूल किया कि वह खतरनाक गैंगस्टर बिश्नोई से बहुत प्रेरित है. मोनू एक सोशल मीडिया एप्लिकेशन सिग्नल के माध्यम से बिश्नोई के भाई अनमोल से बात करता था. दोनों एक-दूसरे की प्रशंसा करते थे.'उन्होंने बताया कि मोनू ने राजस्थान और हरियाणा दोनों को मिलाकर मेवात में लगभग चार दर्जन लोगों का नेटवर्क बनाया है. वह अपने नेटवर्क के जरिए जबरन वसूली में भी शामिल था. आगे की जांच जारी है.
दो दिवसीय पूछताछ के दौरान मोनू मानेसर ने खुलासा किया कि वह गिरफ्तार आरोपी रिंकू सैनी के संपर्क में था और दोनों ने नासिर और जुनैद के अपहरण से पहले और बाद में फोन पर बात की थी. उन्होंने कहा कि मोनू मानेसर अपराध में शामिल था, लेकिन वह मास्टरमाइंड था या नहीं, इसकी अभी जांच की जा रही है. गोपालगढ़ स्टेशन हाउस ऑफिसर (एसएचओ) संतोष शर्मा ने बताया, 'मोनू मानेसर को एक अदालत में पेश किया गया, जिसने उसे 15 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया.'
पुलिस के मुताबिक, मामले में चार आरोपियों मोनू राणा, रिंकू सैनी, गोगी और मोनू मानेसर को गिरफ्तार कर लिया गया है. मोनू मानेसर - जिसे राजस्थान पुलिस ने नासिर (25) और जुनैद (35) की हत्या के लिए गिरफ्तार किया गया था और जिस पर कुछ लोगों ने हरियाणा के नूंह में हाल की हिंसा भड़काने का आरोप लगाया था. मंगलवार को हरियाणा पुलिस ने मोनू को गिरफ्तार कर लिया और नूंह की एक अदालत से ट्रांजिट रिमांड प्राप्त करने के बाद उसे राजस्थान पुलिस को सौंप दिया.
मोनू मानेसर - जिसका असली नाम मोहित यादव है , जिसे गिरफ्तारी के बाद भरतपुर लाया गया और अदालत में पेश किया गया. कोर्ट ने यहां उसे दो दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया.फरवरी में हरियाणा के भिवानी के लोहारू में नासिर और जुनैद के जली हुई कार में मृत पाए जाने के बाद राजस्थान पुलिस द्वारा दर्ज की गई एफआईआर में मोनू मानेसर का नाम लिया गया था.राजस्थान पुलिस ने पिछले महीने कहा था कि साजिश रचने और अपराध को बढ़ावा देने में मोनू मानेसर की भूमिका "सक्रिय जांच के तहत" थी.
कुछ लोगों ने मोनू मानेसर पर जुलाई में हुई नूंह हिंसा को भड़काने का आरोप लगाया था, जिसमें भीड़ ने वीएचपी के जुलूस को निशाना बनाया था. इस हिंसा से उस जिले और पड़ोसी गुरुग्राम में छह लोगों की मौत हो गई थी.
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