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इत्र कारोबारी पीयूष जैन को बड़ी राहत, जानें लेटेस्ट अपडेट
jantaserishta.com
28 July 2022 3:40 AM GMT
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न्यूज़ क्रेडिट: आजतक
कानपुर: कानपुर के इत्र कारोबारी पियूष जैन को 212 दिन यानी करीब 5 हजार घंटे के लंबे इंतजार के बाद अच्छी खबर मिली है. पियूष जैन को एक मामले में जमानत मिल गई है, लेकिन शर्त है कि एक करोड़ रुपये का बांड भरना होगा. अब सवाल उठता है कि पियूष जैन की जमानत के लिए भारी भरकम रुपये का बांड कौन भरेगा?
दरअसल, इत्र कारोबारी पियूष जैन के घर पर 23 दिसंबर 2021 की रात अहमदाबाद की डीडीजीआई टीम ने छापा डाला था, जहां से कई दिनों की सर्च के बाद 197 करोड़ की रकम बरामद हुई थी. पियूष के कन्नौज वाले घर से 23 किलो सोना भी बरामद हुआ था. इसके बाद 27 दिसंबर को डीडीजीआई ने पियूष को जेल भेज दिया.
जेल जाने के बाद लखनऊ की डीआरआई ने पियूष के कन्नौज वाले घर से बरामद 23 किलो सोने को विदेशी बताकर अपनी तरफ से एफआईआर दर्ज की थी. तब से पियूष कानपुर जेल में बंद है. उसके ऊपर डीडीजीआई और डीआरआई के केस चल रहे थे. पियूष के परिजन उसकी जमानत के लिए बड़े-बड़े वकीलों के माध्यम से अदालत में पैरवी कर रहे थे.
कानपुर में मुंबई तक से वकील पियूष की जमानत को पहुंचे थे, लेकिन कानपुर की लोअर और सेशन दोनों कोर्ट ने उसकी जमानत याचिकाएं खारिज कर दी थी. इसके बाद पियूष का बेटा प्रत्युष जैन हाई कोर्ट पहुंचा, जहां एडवोकेट पियूष कुमार शुक्ला ने पियूष जैन की जामनत की पैरवी शुरू की.
आखिर अपनी गिरफ्तारी के 212 दिन यानी करीब 5 हजार घंटों बाद पियूष जैन को पहली राहत की खबर मिली, जब हाई कोर्ट ने पियूष की विदेशी सोना रखने के मामले में जमानत मंजूर कर ली. अदालत ने पियूष जैन को एक करोड़ की जमानत प्रॉपर्टी लगाने का भी आदेश दिया. हालांकि अभी पियूष जैन बाहर नहीं आ सकता है.
इस जमानत के बाद भी पियूष का जेल बाहर आना 2 अगस्त की तारीख पर निर्भर होगा, क्योकि 2 अगस्त को हाई कोर्ट में पियूष की डीडीजीआई द्वारा 197 करोड़ केस वाले मामले की सुनवाई होनी है. अगर 2 अगस्त को हाई कोर्ट से पियूष को बुधवार जैसी की खुशखबरी मिलती है, तभी वह जेल से बाहर आ सकेगा.
वैसे सोना वाले मामले में पियूष जैन के वकील पियूष शुक्ला का कहना है, 'अदालत ने माना है कि पियूष के पास जब कोई पासपोर्ट नहीं है तो वह विदेश कैसे भाग सकता है, दूसरा उसने विदेश से सोना खरीदा? इसका कोई पुख्ता सबूत डीआरआई नहीं दे पाई, इससे लगता है कि पियूष ने ये सोना अपने लिए देश में ही खरीदा है.'
अब मूल बात देखने वाली ये है की जब पियूष का सारा पैसा और सोना कस्टडी में जमा है तो पियूष की तरफ से एक करोड़ की जमानत में उसका कौन मददगार होता है?
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