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बड़ी राहत: भारत आई रेमडेसिविर की 25600 डोज, जानिए किसने दिया तोहफा

jantaserishta.com
8 May 2021 5:33 AM GMT
बड़ी राहत: भारत आई रेमडेसिविर की 25600 डोज, जानिए किसने दिया तोहफा
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कोरोना वायरस की दूसरी लहर से पूरा देश बेहाल है. रोज आने वाले नए केस और मौत के आंकड़े डरा रहे हैं. ऐसे में विदेशों से कई प्रकार की मदद मिल रही है. वहीं अमेरिका भी भारत की मदद से पीछे नहीं हट रहा है. आज अमेरिकी दवा कंपनी गिलीड साइंसेज की ओर से रेमडेसिविर की 25 हजार 600 शीशियां मुंबई एयरपोर्ट पहुंची.

विदेश मंत्रालय ने ट्वीट कर जानकारी देते हुए बताया कि आज मुंबई एयरपोर्ट रेमडेसिविर की 25 हजार 600 डोज पहुंच गई हैं. इसके लिए विदेश मंत्रालय की ओर से अमेरिकी दवा कंपनी गिलीड साइंसेज को धन्यवाद दिया गया है. बता दें कि रेमडेसिविर इंजेक्शन कोरोना संक्रमण के गंभीर मामलों में मरीजों को दिया जाता है, जिसके चलते इसकी डिमांड बढ़ी हुई है.
जमकर हो रही कालाबाजारी
बता दें कि जिस तरह रेमडेसिविर की डिमांड बढ़ी हुई है, उसी प्रकार इसकी जमकर कालाबाजारी भी हो रही है. दवा माफिया इस इंजेक्शन पर मोटी कमाई करने से नहीं चूक रहे हैं. लोगों से बड़ी रकम वसूलकर ये इंजेक्शन दिया जा रहा है. वहीं इस बात की भी गारंटी नहीं है, कि ये इंजेक्शन असली दे रहे हैं या नकली. क्यों​कि राजधानी दिल्ली में पुलिस ने नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी करने वाले गैंग का भी बीते दिनों खुलासा किया था.
एक्शन में सरकार
हालांकि रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी को लेकर सरकार एक्शन में है. कालाबाजारी रोकने के लिए सरकार ने सख्त निर्देश जारी किए हुए हैं, जिसके बाद जमकर कार्रवाईयां भी हो रही हैं. रोज राजधानी दिल्ली के अलावा अलग-अलग राज्यों से कालाबाजारी करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की खबरें भी सामने आ रही हैं.
देश में तेजी से बढ़ रहे केस
वर्ल्डोमीटर के अनुसार, भारत में पिछले 24 घंटे में कोरोना के 4,01,217 नए मामले सामने आए हैं. जबकि 4,187 कोविड मरीजों की जान गई है.
देश में कोरोना के एक्टिव मामलों (Active Cases) का आंकड़ा 37 लाख के पार पहुंच गया है. देश में बेकाबू कोरोना संक्रमण की रफ्तार के बीच मरीजों के स्वस्थ होने की राष्ट्रीय दर (Recovery Rate) घटकर 81.95 प्रतिशत हो गई है. जबकि कोविड-19 महामारी से मरने वालों की दर (Death Rate) 1.09 फीसदी है. अनुमान लगाया जा रहा है कि कोरोना की तीसरी लहर सबसे ज्यादा बच्चों को प्रभावित करेगी.


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