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लखनऊ: भीषण गर्मी और कोयले की कमी के चलते यूपी, राजस्थान, आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु समेत कई राज्यों को बिजली संकट का सामना करना पड़ रहा है. इसी बीच यूपी में बिजली आपूर्ति बनाए रखने में मदद के लिए रेलवे बोर्ड ने आठ एक्सप्रेस ट्रेनों को रद्द कर दिया. दरअसल, इन गाड़ियों को इसलिए रद्द किया गया, ताकि थर्मल पावर स्टेशनों के लिए सप्लाई किए जा रहे कोयले से लदी माल गाड़ियों को आसानी से रास्ता प्रदान किया जा सके और समय से कोयला पहुंच सके. उधर, राजस्थान में सरकार ने 3 घंटे तक पावर कट करने का फैसला किया है.
जानकारी के मुताबिक, उत्तर प्रदेश सरकार से विचार के बाद रेलवे बोर्ड ने यह फैसला किया है क्योंकि बढ़ते हुए तापमान के चलते राज्य में बिजली की मांग लगातार बढ़ रही है. इसके चलते उत्तर रेलवे ने यह फैसला किया. जानकारी के मुताबिक, जिन एक्सप्रेस ट्रेनों को रद्द किया गया है उनमें, लखनऊ-मेरठ एक्सप्रेस (22453), प्रयागराज संगम-बरेली एक्सप्रेस(14307) समेत 8 ट्रेनें शामिल हैं.
ये ट्रेनें हुईं रद्द
- लखनऊ-मेरठ एक्सप्रेस (22453)
- प्रयागराज संगम-बरेली एक्सप्रेस(14307)
- बरेली-प्रयागराज संगम एक्सप्रेस(14308)
- रोजा-बरेली एक्सप्रेस (04379)
- मुरादाबाद-काठगोदाम एक्सप्रेस (05332)।
- मेरठ-लखनऊ एक्सप्रेस (22454)
- बरेली-रोजा एक्सप्रेस (04380) और शामिल
- काठगोदाम-मुरादाबाद एक्सप्रेस(05331)है।
उत्तर रेलवे के अधिकारियों के मुताबिक, हम पहले से ही कोयले से लदी मालगाड़ियों को और उन खाली रेक्स ट्रेन को विशेष प्राथमिकता दे रहे हैं जो थर्मल पावर प्लांट के लिए कोयला लाने और ले जाने का काम कर रहीं हैं. फिलहाल के लिए 8 रेलगाड़ी रद्द की गई हैं और आगे की सूचना तक इसे रद्द माना जाएगा.
बता दें कि आज ऊर्जा मंत्री एके शर्मा ने पश्चिमांचल डिस्काम और केस्को की विद्युत व्यवस्था की समीक्षा बैठक की थी. समीक्षा बैठक में उन्होंने कहा, भीषण गर्मी में लोगों को बिजली संकट का सामना न करना पड़े, इसके लिए मेन्टिनेंस कार्य में तेजी लाई जाए, साथ ही साथ, सभी फीडरों, सब स्टेशनों व ट्रांसफार्मर्स के लोड बैलेंसिंग की नियमित मॉनिटरिंग की जाए.
राजस्थान में बिजली संकट गहराया
गर्मी और बिगड़ते मौसम की वजह से राजस्थान में बिजली संकट और गहरा गया है. ऐसे में राज्य के कई हिस्सों को बिजली संकट का सामना करना पड़ रहा है. ऐसे में राजस्थान की गहलोत सरकार ने बिजली सप्लाई में 3 घंटे तक की कटौती का फैसला किया है.
सरकार के मुताबिक, राज्य के ग्रामीण इलाकों में अब 3 घंटे, जिला स्तर पर 2 घंटे और डिवीजनल स्तर पर 1 घंटे बिजली कटौती करने का फैसला किया गया है. राज्य के ऊर्जा मंत्री भंवर सिंह भाटी ने कहा, पूरे देश में कोयले का संकट है. हम एक यूनिट के लिए 15 रुपए तक दे रहे हैं. लेकिन हमें बिजली नहीं मिल रही है.
राज्य के कई जिलों में 6 से 7 घंटे तक की बिजली कटौती हो रही है. राज्य सरकार ने बिजली की भारी कमी को देखते हुए औद्योगिक इकाइयों से यह भी सुनिश्चित करने को कहा है कि बिजली का इस्तेमाल विवेकपूर्ण तरीके से करें. राजस्थान में 1.7 लाख औद्योगिक इकाइयां हैं. इनमें से 1.27 लाख छोटे और 33000 मध्यम इकाइयां हैं. बिजली संकट के चलते इनके उत्पादन पर भी असर पड़ने लगा है.
देश में दस दिन का कोयला स्टॉक
देश के बिजली संकट पर केंद्रीय कोयला मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा, रूस से गैस की आपूर्ति ठप हो गई है. हालांकि, थर्मल पावर प्लांट में 21 मिलियन टन कोयले का स्टॉक है. जो दस दिन के लिए काफी है. कोल इंडिया को मिलाकर भारत के पास कुल 30 लाख टन का स्टॉक है. ये 70 से 80 दिन का स्टॉक है. हालांकि, वर्तमान स्थिति स्थिर है.
उन्होंने कहा, वर्तमान में, 2.5 बिलियन यूनिट की दैनिक खपत के मुकाबले लगभग 3.5 बिलियन यूनिट बिजली का उत्पादन होता है. हालांकि, पिछले दिनों में गर्मी के साथ साथ बिजली की मांग भी बढ़ी है. हमारे पास 10-12 दिनों का कोयला स्टॉक है. हालांकि, उसके बाद भी पावर प्लांट बंद होने की कोई संभावना नहीं है.
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