उत्तराखंड। उत्तराखंड आने वाले चारधाम यात्रा के लिए आने वाले यात्रियों और पर्यटकों को अब कोरोना टेस्ट नहीं कराना होगा. सरकार ने अगले आदेश तक कोविड टेस्ट की अनिवार्यता खत्म कर दी है. दरअसल प्रदेश में लगातार बढ़ रहे कोरोना के मामलों को देखते हुए विभागीय मंत्री ने चारधाम यात्रा पर आने वाले यात्रियों के लिए कोविड टेस्टिंग को अनिवार्य किया था. साथ ही कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने भी कोविड टेस्ट को अनिवार्य बताया था.
दरअसल मई से उत्तराखंड में चार धाम की यात्रा शुरू होने जा रही है. अब उस यात्रा में कोरोना प्रोटोकॉल्स का सख्ती से पालन हो, इसलिए राज्य सरकार द्वारा गाइडलाइन जारी की गई थी. उत्तराखंड सरकार ने चार धाम यात्रा पर आने वाले सभी यात्रियों के लिए कोरोना टेस्ट अनिवार्य कर दिया था. इसके अलावा यात्रा पर आने से पहले भी श्रद्धालुओं को अपना पंजीकरण करवाना होगा. इस बारे में राज्य के स्वास्थ्य मंत्री धन सिंह रावत ने अधिकारियों को निर्देश दे दिए थे. उनकी तरफ से जोर देकर कहा गया था कि दूसरे राज्यों से चार धाम यात्रा में आने वाले यात्रियों का कोरोना टेस्ट जरूरी रहेगा.
उत्तराखंड में जैसे ही कोरोना के मामले तेजी से बढ़ने लगते हैं. राज्य सरकार तुरंत कोविड निगेटिव रिपोर्ट अनिवार्य कर देती है. दरअसल उत्तराखंड में कई धार्मिक और पर्यटन स्थल हैं. इसी वजह से यहां कई राज्यों से पर्यटक काफी ज्यादा संख्या में आते हैं, जिनसे कोरोना संक्रमण फैलने का खतरा बढ़ जाता है. इसीलिए राज्य सरकार सतर्कता बरतते हुए कोविड निगेटिव रिपोर्ट के बिना नो एंट्री का बोर्ड लगा देती है. अब राज्य सरकार ने बिना कोविड रिपोर्ट के ही एंट्री देने का एलान कर दिया है क्योंकि यहां कोरोना के नए केस कम मिलने लगे हैं. साथ ही यहां की संक्रमण दर में काफी कमी आई है.