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न्यूज़ क्रेडिट: आजतक
नई दिल्ली: इंडियन आर्मी ने रविवार को उन शर्तों और सुविधाओं की लिस्ट जारी कर दी है जो अग्निवीरों के लिए है. सेना ने कहा है कि अग्निवीरों को सेना के जवानों के जैसा ही हार्डशिप अलाउंस मिलेगा. इसके अलावा अग्निवीरों को ट्रैवल और ड्रेस अलाउंस भी मिलेगा. सेना ने कहा है कि अग्निवीर सेना के साथ ही खाना खाएंगे और साथ ही काम करेंगे.
लेकिन आर्मी और अग्निवीरों को मिलने वाली सुविधाओं, उनकी पहचान और सेवा शर्तों में क्या-क्या अंतर होगा ये हम आपको बताते हैं.
अगर हम अग्निवीरों को मिलने वाली सैलरी की बात करें तो उन्हें ज्वाइनिंग के साथ ही 30 हजार रुपये की सैलरी मिलेगी. लेकिन इसमें से 30 फीसदी तनख्वाह सरकार काट लेगी और उस अग्निवीर के नाम से बने एक सेवा निधि फंड में जमा करा देगी. यानी कि अग्निवीर को पहले साल में 21 हजार रुपये कैश इन हैंड मिलेंगे. और ये पूरे साल के लिए लागू होगा. खास बात यह है कि सरकार जितना पैसा अग्निवीर की तनख्वाह से काटेगी उतना ही पैसा अपनी ओर से भी उसके फंड में जमा करेगी.
इसे एक उदाहरण से समझा जा सकता है. अग्निवीर को ज्वाइन के साथ ही पहले साल में 30 हजार सैलरी मिलेगी. इसका 30 फीसदी यानी कि 9 हजार सरकार काट कर सरकार उस अग्निवीर के फंड में जमा करेगी. साथ ही 9 हजार रुपये सरकार अपनी तरफ से भी इस फंड में अंशदान देगी. इस तरह से उसके सेवा निधि फंड में पहले महीने में 21 हजार सैलरी के अलावा 18 हजार रुपये और जमा हो जाएंगे.
अब हम आर्मी की बात करते हैं. एक युवा की आर्मी में पहली एंट्री सिपाही के रूप में होती है. अगर एक दसवीं पास युवक सिपाही बनता है तो उसका मूल वेतन लगभग 21,700 रुपये होता है. इसके अलावा उसे 5200 रुपये मिलिट्री सर्विस पे के मिलते हैं. इसके अलावा उसे ट्रांसपोर्ट अलाउंस में लगभग 1800 रुपये मिलते हैं. इसके बाद इन तीनों पर उसे 34 फीसदी महंगाई भत्ता मिलता है. ये महंगाई भत्ता करीब 9758 रुपये होता है. इस तरह से सिपाही को लगभग 39 हजार रुपये सैलरी पहले महीने में मिलती है.
वहीं अग्निवीरों की दूसरे साल की ग्रॉस सैलरी 33 हजार, तीसरे साल 36500 और चौथे साल 40 हजार रुपये होगी. इसमें 30 कटौती के बाद बाकी रकम उसके हाथ में आएगी.
सेना ज्वाइन करने वाले सिपाही के साथ ये लाभ है कि केंद्र सरकार की नीतियों के मुताबिक उसे साल भर में दो बार DA बढ़ोतरी का लाभ मिलेगा. जबकि अग्निवीर की सैलरी कम से कम एक साल के लिए फिक्स है.
अग्निवीरों की नौकरी 4 साल के लिए होगी, लेकिन सेना के जवान कम से कम 15 साल नौकरी करते हैं तभी वे पेंशन और रिटायरमेंट सुविधाओं के हकदार होते हैं.
सेना के जवानों को 15 साल की सेवा के बाद रिटायर होने पर पेंशन और ग्रेच्युटी का लाभ मिलता है. जबकि अग्निवीरों को 4 साल के बाद पेंशन-ग्रेच्युटी जैसा का कोई लाभ नहीं मिलेगा. हां अग्निवीरों को 4 साल की सेवा अवधि के दौरान कटने वाला फंड एकमुश्त रकम के रूप में जरूर मिलेगा. ये रकम 10.04 लाख होगा. इस पर ब्याज जोड़ने के बाद ये रकम 11.71 लाख हो जाएगा जो अग्निवीरों को सेवानिधि पैकेज के रूप में मिलेगा. ये रकम आयकर मुक्त होगा.
सरकार ने ऐलान किया है कि अग्निवीरों को साल भर में 30 छुट्टियां दी जाएगी. और जरूरत के मुताबिक उन्हें मेडिकल लीव दिया जाएगा. जबकि सेना की नियमित सर्विस में काम करने वालों को साल भर में 90 छुट्टियां मिलती हैं.
सेना ने कहा है कि अग्निवीरों को एक अलग पहचान मिलेगी. 'अग्निवीर' अपनी सेवा अवधि के दौरान अपनी वर्दी पर एक "विशिष्ट प्रतीक चिन्ह" पहनेंगे. इस पर विस्तृत निर्देश अलग से जारी किए जाएंगे. यानी कि सेना, नेवी, एयरमैन से अग्निवीरों का बैज अलग होगा.
वायुसेना ने कहा है कि अग्निवीर एयरफोर्स में एक अलग रैंक बनाएंगे, जो कि किसी भी अन्य मौजूदा रैंक से अलग होगा. अग्निवीर एक विशिष्ट प्रतीक चिन्ह अपने सर्विस के दौरान अपनी वर्दी पर पहनेंगे.
न्यूज़ कोर्स: आजतक
jantaserishta.com
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