टैक्स चोर पीयूष जैन को लेकर बड़ी खबर, अब इनकम टैक्स देने को हुआ तैयार
यूपी। जीएसटी इंटेलिजेंस महानिदेशालय और राजस्व खुफिया निदेशालय के बाद आयकर विभाग ने कानपुर स्थित इत्र कारोबारी पीयूष जैन के खिलाफ जांच शुरू की है. पीयूष जैन से जेल में पूछताछ करने के बाद एजेंसी के सूत्रों ने पुष्टि की कि पीयूष जैन ने उस आयकर का भुगतान करने की पेशकश की है जिसके लिए वह उत्तरदायी है. पीयूष जैन के ठिकानों से की गई जब्ती की कुल राशि पर आयकर ने 87 फीसदी टैक्स तय किया है जो करीब 187 करोड़ रुपये है. बता दें कि एजेंसी ने पीयूष जैन के ठिकानों से करीब 197 करोड़ रुपये नकद, 23 किलो सोना (बाजार मूल्य के अनुसार 11 करोड़ रुपये) और 6 करोड़ रुपये मूल्य का 600 किलो चंदन का तेल बरामद किया था. जब्त धनराशि कानपुर और कन्नौज बैंकों में जमा थी.
कानपुर के व्यवसायी पीयूष जैन ने सेल्फ असेस्मेंट के बाद पहले ही ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DGGI) अहमदाबाद यूनिट के खाते में 54 करोड़ रुपये जमा कर दिए थे. हालांकि DGGI ने अभी तक पीयूष जैन पर जुर्माने की गिनती नहीं की है, लेकिन एजेंसियों के सूत्रों के अनुसार यह राशि 60 करोड़ से अधिक होने की उम्मीद है. पीयूष जैन ने अपने घर से मिले सोने के लिए 4 करोड़ आयात शुल्क का भुगतान किया था, लेकिन उन्हें अभी तक सोने की अवैध तस्करी के लिए जुर्माना नहीं देना है. कुल मिलाकर पीयूष जैन को टैक्स और फीस के रूप में 58 करोड़ और इनकम टैक्स के रूप में 187 करोड़ का भुगतान करना होगा. DGGI और DRI की ओर से उस पर जुर्माना की सही राशि की गणना करने के बाद कुल राशि 250 करोड़ से ऊपर जाने की उम्मीद है.