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नई दिल्ली: मुंबई के क्रूज ड्रग्स केस (Mumbai Cruise Drugs Case) को लेकर काफी हल्ला मचाया गया. लेकिन हाल ही में नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) ने सुपरस्टार शाहरुख खान (Shahrukh Khan) के बेटे आर्यन खान (Aryan Khan) को क्लीन चिट दे दी.
आर्यन के बाद अब केस की जांच कर चुके अधिकारी समीर वानखेड़े को भी अवैध वसूली के केस में राहत मिलती नजर आ रही है. दरअसल, एनसीबी अधिकारियों पर एनसीपी नेता नवाब मलिक ने जबरन उगाही का आरोप लगाया था. आरोप के बाद तत्कालीन जांच अधिकारी समीर वानखेड़े को जांच से हटा दिया गया था.
जबरन वसूली के मामले में आरोपों के बाद NCB की विजिलेंस टीम ने जांच शुरू की थी. एनसीबी के DDG ज्ञानेश्वर सिंह पूरे मामले की जांच कर रहे थे. लेकिन इस जांच में वानखेड़े या एनसीबी के किसी भी अधिकारी के खिलाफ जबरन वसूली (Extortion) का सबूत नहीं मिला है.
एनसीबी ने जबरन वसूली के आरोपों की जांच करते हुए कुल 60 लोगों से पड़ताल की थी. इस मामले में समीर वानखेड़े समेत एनसीबी के 12 अफसरों से कई दिनों तक पूछताछ भी की गई थी. विजिलेंस की टीम ने अभी रिपोर्ट एनसीबी के डीजी को नहीं सौंपी है. एक हफ्ते में ज्ञानेश्वर सिंह रिपोर्ट सौंपेंगे.
27 मई को NCB ने एनडीपीएस कोर्ट (NDPS Court) में इस मामले की चार्जशीट (Charge sheet) दाखिल की. इसमें आर्यन खान का नाम नहीं था. दरअसल, इस मामले में आर्यन के खिलाफ कोई सबूत नहीं मिले. हालांकि इसी केस में आर्यन खान को जेल भी जाना पड़ा था.
बता दें कि समीर वानखेड़े की 2 दिन पहले ही नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) से विदाई हुई है. NCB मुंबई के जोनल डायरेक्टर रह चुके वानखेड़े को 30 मई को चेन्नई डीजी टैक्सपेयर सर्विस डायरेक्टरेट भेज दिया गया था.
एनसीबी की ओर से कोर्ट में दायर की गई चार्जशीट में शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान के साथ तीन दूसरे आरोपियों के नाम भी नहीं थे. सबूतों के अभाव में एनसीबी की ओर से इनके खिलाफ कोई आरोप नहीं लगाया गया था. इसके बाद समीर वानखेड़े की आलोचना हो रही थी. समीर वानखेड़े ने ही इस मामले की जांच की थी. समीर वानखेड़े पर चौतरफा हमले हो रहे थे. इस हाईप्रोफाइल मामले की जांच पर भी सवाल उठने लगे थे. एनसीबी की कार्यशैली पर भी हमले हो रहे थे. एनसीबी के डीजी को इस मामले में बयान देना पड़ गया था.
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