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बड़ी ठगी: हाई प्रोफाइल कपल पर कसा शिकंजा, निकले बंटी-बबली
jantaserishta.com
31 Dec 2024 6:15 AM GMT
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पुलिस का बड़ा एक्शन.
भुवनेश्वर: ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर में कई लोगों से बड़ी ठगी कर चुके एक हाई प्रोफाइल कपल को गिरफ्तार किया गया है. इंफोसिटी पुलिस ने इस शातिर 'हाई प्रोफाइल बंटी-बबली' को पकड़ा है. कमिश्नरेट पुलिस ने सोमवार को एक बड़े फ्रॉड की साजिश रचने के आरोपी एक महिला को गिरफ्तार किया, जिसने कई बिल्डरों, खदान मालिकों, एमएनसी अधिकारियों और व्यापारियों से करोड़ों रुपये की धोखाधड़ी की. आरोपी की पहचान 38 साल की हंसिता अभिलिप्सा के रूप में हुई है, जिसने कथित तौर पर ओडिशा में प्रमुख नौकरशाहों और राजनेताओं के साथ अच्छे रिश्तों का दावा करके अपने शिकार के साथ फ्रॉड करती थी.
अभिलिप्सा,अपने साथी और कथित पति, अनिल मोहंती के साथ, इन्फोसिटी-नंदनकानन रोड पर एक आलीशान ऑफिस से काम करती थी. यहां उन्होंने अपने टारगेट्स को कथित उच्च-स्तरीय कनेक्शन का उपयोग करके टेंडर्स को अप्रूवल देने और डील्स को फाइनलाइज कराने के फर्जी वादों का लालच दिया था. दोनों की गिरफ्तारी एक खदान मालिक की शिकायत के बाद की गईं, जिसके साथ इन दोनों ने कथित तौर पर फ्रॉड किया था.
पुलिस जांच से पता चला कि हंसिता का काम डिजिटल रूप से तस्वीरों में हेरफेर करना था जिनसे ऐसा लगे कि उसके पूर्व नियंत्रक और महालेखा परीक्षक (सीएजी) और ओडिशा के मुख्य सचिव मनोज आहूजा सहित शीर्ष अधिकारियों के साथ घनिष्ठ संबंध हैं. वे इन एडिटेड तस्वीरों और मनगढ़ंत रिश्तों का इस्तेमाल उसके पीड़ितों का विश्वास हासिल करने के लिए करते थे.
अभिलिप्सा ने कथित तौर पर खनन, निर्माण और मल्टीनेश्नल बिजनेस जैसे क्षेत्रों में अमीरों को निशाना बनाया और दावा किया कि वह बड़े कॉन्ट्रैक्ट्स को प्रभावित कर सकती है. उसने कथित तौर पर अपनी विश्वसनीयता बढ़ाने के लिए झूठमूठ में खुद को हाई-प्रोफाइल व्यवसायियों, नौकरशाहों या राजनेताओं की पत्नी भी बताया था. कमिश्नरेट पुलिस ने दोनों को भुवनेश्वर के पाटिया इलाके से पकड़ा. दोनों संदिग्धों को अदालत में भेज दिया गया है और धोखाधड़ी में शामिल अन्य संभावित सहयोगियों और पीड़ितों की पहचान करने के लिए आगे की जांच चल रही है.
मामले पर अतिरिक्त डीसीपी स्वराज देबता ने कहा 'हमें एक गोपनीय जानकारी मिली कि हंसिता अभिलिप्सा और उसके सह-आरोपी अनिल कुमार मोहंती नाम के दो व्यक्तियों ने कथित तौर पर यह कहकर कई लोगों को धोखा दिया था कि वे भारत के प्रधानमंत्री के निजी सचिव पी.के. मिश्रा के रिश्तेदार थे. वे खुद पी. के. मिश्रा की बेटी और दामाद के रूप में बता रहे थे. 26 दिसंबर को इनपर इन्फोसिटी पुलिस स्टेशन में पीएस केस संख्या -611/24 के तहत मामला दर्ज किया गया है. हम प्रारंभिक जांच कर रहे हैं हमने हंसिता और अनिल को कल अदालत में भेजा है.
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