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पुलिस का बड़ा खुलासा, क्रिप्टोकरेंसी के जरिए चल रहे मनी लांड्रिंग के खेल का पर्दाफाश
jantaserishta.com
2 Jan 2023 6:46 AM GMT
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न्यूज़ क्रेडिट: आजतक
करोड़ों रुपए के ब्लैक मनी को डिजिटल करेंसी में बदल दिया जाता था.
प्रयागराज: प्रयागराज पुलिस ने क्रिप्टोकरेंसी के माध्यम से चल रहे मनी लॉन्ड्रिंग के खेल का खुलासा किया है. पुलिस ने इस मामले में एक आरोपी को गिरफ्तार किया है. पुलिस के मुताबिक, इस खेल में ऑनलाइन गेमिंग के जरिए करोड़ों रुपए के ब्लैक मनी को डिजिटल करेंसी में बदल दिया जाता था. प्रयागराज पुलिस ने लखनऊ से एजेंट कृष्णावतार सिंह को गिरफ्तार कर लिया है.
पुलिस ने गिरफ्तार किए गए आरोपी से एप्पल मैकबुक, 5 मोबाइल फोन और एक फर्जी आधार कार्ड बरामद किया है. पुलिस की पूछताछ में पकड़े गए आरोपी कृष्णावतार सिंह ने कई खुलासे किए हैं. उसके मुताबिक, करीब 6 महीने से यह खेल चल रहा था, पिछले 10 दिनों में 3.75 करोड़ों रुपए का लेनदेन किया गया था.
पुलिस को कई बैंक खातों की जानकारी मिली है. इसमें से 20 बैंक खातों के स्टेटमेंट की पड़ताल की गई तो पता चला कि पिछले 10 दिनों में इन खातों में 3.75 करोड़ रुपए का लेनदेन किया गया था. पुलिस के मुताबिक, पकड़ा गया आरोपी कृष्णावतार ने बताया कि फेसबुक के जरिए उसकी पहचान जय नाम के एक युवक से हुई थी, जो अपने आपको दुबई का रहने वाला बताता था और उसी ने उसे बिना कुछ काम किए लाखों रुपए कमाने का लालच दिया था.
कृष्णावतार की माने तो उसने जय के कहने पर प्रयागराज और उसके आस-पास के कई लोगों का बैंक अकाउंट खुलवा कर उसका यूजर आईडी और पासवर्ड जय को दे दिया था और उन खातों में रुपये ऑनलाइन गेमिंग साइट से हुई कमाई कहकर भेजे जाते थे फिर इन रुपयों से बाइनेंस ऐप के जरिए क्रिप्टो करेंसी टीथर (यूएसडीटी) खरीद लिए जाते थे.
इस तरह से अवैध रूप से करोड़ों रुपए का लेन देन कर लिया जाता था, लेकिन आरोपी कृष्णावतार दुबई में रहने वाले जय नाम के शख्स से कभी मिला भी नहीं था. आरोपी कृष्ण अवतार सिंह पढ़ा लिखा है. उसने बीएससी और BCA किया हुआ था. वो प्रयागराज के मेजा थाना क्षेत्र के मदरा भगनपुर गांव का रहने वाला है, जो मौजूदा समय में लखनऊ में रहता था.
पुलिस कमिश्नर रमित शर्मा ने बताया कि गिरफ्तार किया गया अभियुक्त और उसके साथी बिना टैक्स जमा किए बड़ी रकम का लेन देन अवैध तरीके से कर रहे थे, इससे मनी लॉन्ड्रिंग की भी संभावना है, फिलहाल गिरफ्तार अभियुक्त ये जानकारी नहीं दे पाया है कि उसने क्रिप्टोकरेंसी के किसको पैसा भेजा? साइबर क्राइम मामले की जांच कर रही है.
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