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बड़ा खुलासा: जंगल में दबाया 52 किलो सोना, 10 करोड़ कैश...डायरी ने उगले राज, किसको जाता था हिस्सा?

jantaserishta.com
12 Jan 2025 4:02 AM GMT
बड़ा खुलासा: जंगल में दबाया 52 किलो सोना, 10 करोड़ कैश...डायरी ने उगले राज, किसको जाता था हिस्सा?
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वसूली का रिकॉर्ड भी मिला.
भोपाल: पूर्व आरटीओ कॉन्स्टेबल सौरभ शर्मा के मामले में अब एक नया खुलासा हुआ है. दरअसल, मेंडोरी के जंगल में 52 किलो सोने और कैश से लदी इनोवा कार बरामद हुई थी, उसे वहां तक ले जाने और पार्क करने वाले की पहचान हो गई है. इसके अलावा सौरभ के घर से जब्त डायरी में परिवहन चेक पोस्ट से वसूली का रिकॉर्ड भी मिला है. बता दें कि सौरभ शर्मा के घर पर पहले लोकायुक्त ने रेड मारी थी, उसके बाद ED ने सौरभ और उसके रिश्तेदारों के यहां भोपाल, जबलपुर और ग्वालियर में छापेमारी की थी. इसी बीच इनकम टैक्स विभाग के अफसरों ने भोपाल में जंगल से एक कार बरामद की थी, जिसमें 52 किलो सोना और 10 करोड़ रुपये कैश था.
इनकम टैक्स की जांच इसी के इर्द गिर्द चल रही है. इस जांच में इनकम टैक्स विभाग को कई सीसीटीवी फुटेज मिलने के बाद अहम जानकारियां हाथ लगी हैं. सीसीटीवी के आधार पर कार का अरेरा कॉलोनी से निकलकर मेंडोरी के जंगल तक का पूरा रूट अब इनकम टैक्स विभाग के पास आ गया है. इसके अलावा यह भी साफ हो गया है कि कार अकेली नहीं, बल्कि 3 गाड़ियों के काफिले में जंगल तक पहुंचाई गई थी. वह कार चेतन गौड़ के नाम पर रजिस्टर थी. चेतन पहले ही इनकम टैक्स विभाग को बता चुका है कि कार में मिला सोना और कैश सौरभ का है.
अब इनकम टैक्स की पूछताछ में सामने आया है कि कार को जंगल तक ले जाने में सौरभ के एक रिश्तेदार का हाथ था, जिसे वह जीजा कहता है. उस रिश्तेदार का बेटा भी शामिल था. उन दोनों ने काफिले की सुरक्षा के साथ कार को जंगल तक पहुंचाया था. कार जिस प्लॉट पर मिली थी, वो भी सौरभ की रिश्ते में मौसी लगने वाली एक महिला की बेटी के नाम पर रजिस्टर है.
अब इनकम टैक्स डिपार्टमेंट के पास जंगल में मिली सोने और कैश से लदी कार का सौरभ शर्मा से कनेक्शन पूरी तरह साफ हो चुका है. इसके अलावा प्रवर्तन निदेशालय (ED) की जांच में सौरभ, उसके रिश्तेदारों और सहयोगियों के पास जो बेनामी संपत्तियां मिली हैं, उसे भी अब आयकर विभाग ने जांच में लेते हुए संपत्तियों को अटैच करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है.
दूसरी तरफ सौरभ शर्मा के घर से जांच एजेंसियों को परिवहन चौकियों के हिसाब का ब्योरा मिला है, जो कई डायरियों में दर्ज है. इनमें मध्यप्रदेश के कई चेक पोस्ट से रोजाना होने वाली वसूली का जिक्र है. डायरियों के अलावा एजेंसियों को कई टेक्निकल एविडेंस भी मिले हैं, जिनकी जांच जारी है.
इस बीच शनिवार को सोशल मीडिया में एक कथित सूची वायरल हुई, जिसमें TM और TC जैसे शब्दों के साथ नीचे परिवहन चौकियों के नाम और उसके आगे राशि लिखी हुई है. राशि हजार में, लाख में या करोड़ में है, यह सूची में नहीं है. अनुमान लगाया जा रहा है कि सूची में लिखा TM यानि ट्रांसपोर्ट मिनिस्टर और TC यानि ट्रांसपोर्ट कमिश्नर हो सकता है. हालांकि किसी भी जांच एजेंसी ने फिलहाल इस सूची को अधिकृत नहीं किया है. सौरभ के घर पर सबसे पहले रेड मारने वाली लोकायुक्त ने भी ऐसी किसी सूची की जानकारी होने से इनकार किया है.
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