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कोर्ट का बड़ा फैसला, शिक्षक पति की हत्या मामले में पत्नी और उसके प्रेमी को सुनाई उम्रकैद की सजा

Nilmani Pal
2 Sep 2021 3:40 PM GMT
कोर्ट का बड़ा फैसला, शिक्षक पति की हत्या मामले में पत्नी और उसके प्रेमी को सुनाई उम्रकैद की सजा
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देहरादून जिले में 2018 में हुई शिक्षक किशोर चौहान की हत्या मामले में देहरादून अपर जिला न्यायालय ने शिक्षक की पत्नी और प्रेमी को दोषी मानते हुए आजीवन कारावास की सजा सुनाई. उनपर 35-35 हजार रुपये का जुर्माना भी लगाया गया है. पेश मामले के मुताबिक, साल 2018 में शिक्षक किशोर चौहान की हत्या कर दी गई थी. उनकी लाश थाना रायपुर क्षेत्र के रिंग रोड पर मिली थी. किशोर चौहान की भाई की शिकायत पर रायपुर थाने में किशोर की पत्नी स्नेहलता के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था. पुलिस ने पूछताछ के बाद आरोपी पत्नी स्नेहलता और उसके प्रेमी अमित को गिरफ्तार कर लिया गया था. पुलिस जांच में पता चला कि इन दोनों आरोपियों के बीच लंबे समय से प्रेम प्रसंग था और दोनों साथ रहना चाहते थे. यही कारण है कि उन्होंने प्रेम के बीच में रोड़ा बन रहे शिक्षक को रास्ते से हटा दिया.

सोशल नेटवर्किंग साइट से दोबारा आए संपर्क में

जांच में पता चला कि 1999 में अमित डीएवी से और स्नेह लता डीबीएस पीजी कॉलेज से बीएससी की पढ़ाई कर रही थी. 2000 में अमित का सिलेक्शन आईटीबीपी में हो गया और 2006 में पुलिस भर्ती होने पर अमित ने आइटीबीपी से इस्तीफा दे दिया. स्नेह लता की शादी किशोर के साथ में 2005 में हुई, जबकि अमित की शादी 2004 में ही हो गई थी. दोनों सितंबर 2017 में सोशल नेटवर्किंग साइट के जरिए एक-दूसरे से संपर्क में आए और इस दौरान दोनों एक बार फिर से करीब हुए. फिर मुलाकात का दौर शुरू हुआ और दोनों के बीच नजदकियां बढ़ने लगीं. इसकी भनक स्नेहलता के पति किशोर चौहान को हुई तो उन्होंने विरोध किया. अपनी पत्नी के विवाहेतर संबंध का पता लगने के बाद से ही शिक्षक किशोर डिप्रेशन में रहने लगे.

15 जून को किशोर सिंह चौहान का स्नेह लता से प्रेम प्रसंग को लेकर विवाद हो गया और विवाद के चलते वह सुबह से शराब पीने लगे. स्नेहलता और अमित ने पहले ही उनको रास्ते से हटाने की प्लानिंग कर ली थी. शाम को जब वह धुत्त हो गए तो स्नेहलता अपने पति को गाड़ी में बिठा कर खुद गाड़ी चला कर अमित के पास पहुंची और गाड़ी अमित के हवाले कर दी. अमित गाड़ी को सर्वे चौक, राजपुर रोड से होते हुए रिंग रोड लेकर पहुंचा और वहां पर उसने धुत्त किशोर सिंह चौहान की गला घोंटकर हत्या कर दी. हत्या के बाद अमित ने हर साक्ष्य को मिटाने का पूरा प्रयास किया और हत्या के दिन इस्तेमाल होने वाला अपना मोबाइल फोन भी वह हरिद्वार छोड़ कर आ गया. यह तो पुलिस ने पूछताछ की तो आखिरकार दोनों ने अपना जुर्म कबूला.

पुलिस ने मामले की गहराई से जांच पड़ताल की तो जांच में पाया गया कि जून महीने में दोनों की 200 से भी अधिक बार बात हुई है और अमित ने घटना के दिन जिस मोबाइल और सिम कार्ड का इस्तेमाल किया था वह कुछ घंटे के लिए इस्तेमाल किया हुआ था. 28 जून को पुलिस ने मृतक शिक्षक किशोर चौहान की पत्नी स्नेहलता और उसके प्रेमी सिपाही अमित को हत्या के आरोप में गिरफ्तार कर लिया था और तब से दोनों जेल में बंद थे.

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