पटना. नीतीश सरकार के मंत्री राम सूरत राय ने अपनी ही सरकार को कठघरे में खड़ा कर दिया है. बिहार के राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री राम सूरत राय ने कहा कि बिहार में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार है. लगे हाथों उन्होंने अपने विभाग में जारी भ्रष्टाचार का भी जिक्र किया और कहा कि मेरे विभाग में भी बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार है. नीतीश मंत्रिमंडल में बीजेपी कोटे से मंत्री ने अपने विभाग का जिक्र करते हुए कहा कि मेरे विभाग में भी गलत तरीके से जमीन का दाखिल खारिज होता है.
मंत्रीजी के इस बयान पर राजनीति शुरू हो गई है. राम सूरत राय के बयान पर जदयू ने एतराज जताया है. जदयू एमएलसी खालिद अनवर ने कहा कि राम सूरत राय नए-नए मंत्री बने हैं. उन्हें अंदाजा नहीं है कि नीतीश कुमार की सरकार भ्रष्टाचार के मामले में जीरो टॉरलेन्स की सरकार है. बिहार पहला राज्य है जहां भ्रष्टाचार के मामले में बड़े अधिकारियों पर कार्रवाई हुई है. नीतीश कुमार भ्रष्टाचार से समझौता नहीं कर सकते हैं.
इस मामले में कांग्रेस और राजद ने सरकार से जांच की मांग करते हुए कहा है कि यदि वर्तमान मंत्री अपने विभाग में भ्रष्टाचार की बात स्वीकार कर रहे हैं तो पूर्व के मंत्रियों के कार्यकाल की जांच होनी चाहिए. राजद नेता भाई वीरेंद्र ने कहा कि मंत्री ने सरकार की सच्चाई को उजागर किया है. ये सच्चाई है और सरकार को इस मामले में संज्ञान लेना चाहिए. भाई वीरेंद्र ने कहा कि ये बात जनता कहती तो लोग नहीं मानते लेकिन खुद मंत्री जी ये बात कह रहे हैं. विपक्ष ने कहा कि बिहार की नीतीश सरकार भ्रष्टाचार में डूबी हुई है. हम लोग तो शुरू से यह कहते आ रहे हैं कि सभी विभागों में भ्रष्टाचार है और बिना चढ़ावे के काम नही होता है.