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पूर्व DGP का बड़ा दावा, बोले- चुनाव आते ही ये पार्टी करती है दंगा, देखें वीडियो
jantaserishta.com
31 Dec 2021 4:37 AM GMT
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5 कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार भी किया गया था.
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के पूर्व डीजीपी ने दावा किया है कि चुनाव आते ही समाजवादी पार्टी दंगा-फसाद कराने पर उतारू हो जाती है. उन्होंने 2011 के विधानसभा चुनाव का भी एक वाक्या बताया. दरअसल, कानपुर में पीएम मोदी की रैली से पहले दंगा-फसाद के समाजवादी पार्टी पर आरोप के संबंध में उन्होंने ये बातें कही. मामले में सपा के 5 कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार भी किया गया था. मामले के बाद सपा ने पांचों कार्यकर्ताओं को पार्टी से निकाल दिया है.
घटना पर अब यूपी के डीजीपी रहे बृजलाल ने अखिलेश यादव को आड़े हाथों लिया है. भाजपा के राज्य सभा सांसद बृजलाल का कहना है कि समाजवादी पार्टी का स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर (एसओपी) है कि जब चुनाव आता है तो पार्टी दंगा-फसाद पर उतारू हो जाती है. उन्होंने कहा कि कानपुर में प्रधानमंत्री जब आए थे तो तब सपा के लोगों ने गाड़ी पर भाजपा का झंडा, पोस्टर लगाकर उसे जला दिया. पुतला भी जलाया और वीडियो बनाकर वायरल कर दिया. उनका मकसद भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं को उत्तेजित करना था जिससे कानपुर में दंगा हो जाए. लेकिन भाजपा का कार्यकर्ता अनुशासित हैं.
बृजलाल ने बताया कि अखिलेश बाबू... मैं आपको याद दिलाना चाहता हूं कि जुलाई 2011 जब इलेक्शन मोड था, उस दौरान आपके कार्यकर्ता और नेताओं ने मुरादाबाद में कुरान की बेअदबी का आरोप लगाकर दंगा किया था. डीआईजी अशोक कुमार जो एडीजी हैं, उन पर और उनके पीआरओ पर जानलेवा हमला भी हुआ था. उनको मरा समझकर छोड़ दिया गया था. वे कई साल अस्पातल में अपना इलाज कराते रहे. उन्होंने कहा कि 2012 में जब अखिलेश यादव सत्ता में आए तब उस वक्त उन्होंने डीआईजी पर हुए हमले का केस वापस ले लिया था. साथ ही पुलिस और पीएसी की जिन गाड़ियों को सपा कार्यकर्ताओं ने आग के हवाले किया था, उस मामले में भी दर्ज केस को बंद करा दिया था.
उन्होंने कहा कि डीआईजी की एस्कॉर्ट ने उन्हें मरने के लिए छोड़ दिया था. कायरता के आरोप में एस्कॉर्ट में शामिल पुलिस कर्मियों को बर्खास्त कर दिया गया था लेकिन जब अखिलेश सत्ता में आए तो उन पुलिस कर्मियों को उन्होंने सर्विस में वापस ले लिया और उन्हें मनचाही पोस्टिंग इटावा, गाजियाबाद और नोएडा में दे दी.
चुनाव आते ही दंगा- फ़साद करना @samajwadiparty का Standard Operating Procedure है। कानपुर की घटना अप्रत्याशित नही है। 6 जुलाई 2011 मैनाठेर मुरादाबाद में चुनाव के समय ऐसी घटना की गयी थी, जैसा कानपुर में प्रयास किया गया।@myogiadityanath @narendramodi @JPNadda pic.twitter.com/MqjQbrViEC
— Brij Lal (@BrijLal_IPS) December 30, 2021
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