आशुतोष सिंह का कहना है कि जब से ये कंपनी बनी थी तब से वह शेयर होल्डर हैं. उनके फर्जी हस्ताक्षर करने के साथ अन्य तमाम तरह का फर्जीवाड़ा और षड्यंत्र कर उनको कंपनी के निदेशक पद से हटाया गया है. आशुतोष ने आगे आरोप लगाया है कि ये पूरा फर्जीवाड़ा भानवी सिंह ने किया है. इंस्पेक्टर हजरतगंज विक्रम सिंह ने बताया कि तहरीर के आधार पर भानवी सिंह पर नामजद और अन्य अज्ञात पर धोखाधड़ी, साजिश रचने, फर्जीवाड़ा करने और धमकी देने की धाराओं में एफआईआर दर्ज की गई है।
केस की जांच के आधार पर सबूत जुटाए जाएंगे, जो साक्ष्य होंगे उस आधार पर कार्रवाई होगी। आशुतोष के मुताबिक उन्होंने मामले की शिकायत कानपुर के रजिस्ट्रार ऑफिस में भी की है. एफआईआर के मुताबिक भानवी सिंह ने पहले आशुतोष से निदेशक पद से इस्तीफा मांगा, आशुतोष ने जब इस्तीफा देने से इनकार कर दिया तो उनको धमकी देकर दबाव डाला गया. आरोप है कि बाद में उनके फर्जी साइन करके इस्तीफा तैयार किया गया जिसके आधार पर उनको कंपनी से बाहर निकाला गया।