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बसपा सुप्रीमो मायावती को तगड़ा झटका, मुस्लिम चेहरा रहे नेता ने छोड़ी पार्टी, कहा- मैं बोझ नहीं बनना चाहता

jantaserishta.com
25 Nov 2021 5:27 PM GMT
बसपा सुप्रीमो मायावती को तगड़ा झटका, मुस्लिम चेहरा रहे नेता ने छोड़ी पार्टी, कहा- मैं बोझ नहीं बनना चाहता
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उत्तर प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव 2022 से पहले बहुजन समाज पार्टी (बसपा) सुप्रीमो मायावती को एक के बाद एक झटके लग रहे हैं. वंदना सिंह के बाद अब पार्टी से विधायक शाह आलम उर्फ गुड्डू जमाली ने बसपा सुप्रीमो को अपना इस्तीफा सौंप दिया है. साथ ही उन्होंने कहा कि 21 नवंबर को आपके साथ बैठक में मुझे लगा कि पार्टी के प्रति मेरी भक्ति और ईमानदारी के बावजूद आप संतुष्ट नहीं हैं. अगर मेरे नेता मुझसे या मेरे काम से संतुष्ट नहीं हैं तो मैं पार्टी पर बोझ नहीं बनना चाहता.

बता दें, यूपी का आजमगढ़ बसपा का गढ़ माना जाता है, लेकिन वंदना सिंह के बाद सुखदेव राजभर और शाह आलम के पार्टी को छोड़ देने से पार्टी को बड़ा झटका लगा है. आजमगढ़ के 10 विधानसभा क्षेत्र में से बसपा के 5 और समाजवादी पार्टी(सपा) के 4 विधायक थे.
आजमगढ़ के मुबारकपुर से दो बार रहे विधायक
पार्टी के मुस्लिम चेहरे के तौर पर पहचान रखने वाले बसपा विधान मंडल दल के नेता शाह आलम उर्फ गुड्डू जमाली आजमगढ़ के मुबारकपुर से दो बार विधायक रहे हैं. 2012 तथा 2017 में विधानसभा का चुनाव जीते. इसके साथ ही पार्टी ने उनको 2014 में आजमगढ़ से लोकसभा का चुनाव लड़ा और उनको दो लाख 70 हजार से अधिक वोट मिले. साल 2012 व 2017 में लगातार मुबारकपुर से विधायक चुने गए शाह आलम पार्टी सुप्रीमो के विश्वास पात्र लोगों में थे.
एक दिन पहले ही वंदना सिंह ने बसपा छोड़ थामा BJP का दामन
सूत्रों की मानें तो शाह आलम सपा का रुख कर सकते हैं. जिन 9 विधायकों को बसपा प्रमुख मायावती ने कुछ समय पहले पार्टी से निकाला था, वो सभी एक के बाद एक सपा का दामन थाम चुके हैं. अब बसपा का कुनबा खाली होता दिखाई दे रहा है. माना जा रहा है कि बसपा से विधायकों व दिग्गजों का जाना 2022 के चुनाव में पार्टी के लिए बड़ा संकट खड़ा कर सकता है.
एक दिन पहले यानी बुधवार को पार्टी की निलंबित आजमगढ़ की सगड़ी विधायक वंदना सिंह ने बसपा से अलविदा कह कर BJP का दामन थामा है. बता दें, 2017 में वंदना सिंह ने आजमगढ़ जिले के सगड़ी विधानसभा क्षेत्र से बसपा के टिकट पर चुनाव जीता था. वंदना सिंह को राज्यसभा चुनाव के दौरान बसपा प्रमुख मायावती ने पार्टी से निलंबित कर दिया था. समाजवादी पार्टी की सरकार के दौरान आजमगढ़ जिले के जियानपुर कस्बे में वंदना सिंह के पति पूर्व विधायक सर्वेश सिंह सीपू की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. वंदना के ससुर राम प्यारे सिंह भी सगड़ी के विधायक और उत्तर प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री थे.मुस्लिम चेहरे रहे शाह आलम ने छोड़ी पार्टीमुस्लिम चेहरे रहे शाह आलम ने छोड़ी पार्टी
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