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शुभेंदु अधिकारी पर लगाया गया बड़ा आरोप

jantaserishta.com
18 Jun 2022 10:27 AM GMT
शुभेंदु अधिकारी पर लगाया गया बड़ा आरोप
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न्यूज़ क्रेडिट: टीवी 9

नई दिल्ली: सारधा चिटफंड मामले (Saradha Chit fundCase ) को लेकर बंगाल की राजनीति में एक नया मोड़ आया है. तृणमूल कांग्रेस के नेताओं पर सारधा चिटफंड प्रमुख सुदीप्त सेन के साथ सांठगांठ रखने के आरोप लगते रहे हैं. अब सारधा प्रमुख सुदीप्त सेन (Sudipto Sen) की एक चिट्ठी की बंगाल की राजनीति में खूब चर्चा हो रही है. प्राप्त जानकारी के अनुसार सुदीप्त सेन ने प्रेसीडेंसी जेल से कैदियों की याचिका पर कल्याण अधिकारी के माध्यम से उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश और कोलकाता के मुख्य मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट को पत्र भेजा है.इसमें उन्होंने इस बात का जिक्र किया है कि शुभेंदु अधिकारी (Suvendu Adhikari) ने भी चिटफंड कंपनी से रुपये लिए हैं. कोर्ट को लिखे पत्र में सुदीप्त सेन ने खुलासा किया है कि शुभेंदु अधिकारी ने कितना पैसा और कहां से लिया था.

सुदीप्त सेन का आरोप है कि सीबीआई उन नेताओं पर कार्रवाई नहीं कर रही है जिन्होंने चिटफंड के पैसे लिए और भाजपा में शिफ्ट कर गए. अपने पत्र में सारधा प्रमुख ने एक सहकारी बैंक का भी जिक्र किया है जिसके जरिए रुपयों का लेनदेन हुआ है.
प्रेसीडेंसी जेल के अधीक्षक देबाशीष चक्रवर्ती ने कहा, "पत्र पढ़ना मेरा काम नहीं है. कल्याण अधिकारी ने पत्र छोड़ा है जिसका अर्थ है कि इसमें कोई आपत्तिजनक शब्द नहीं है. मैं उसके विषय को नहीं जानता." उन्होंने कहा कि कैदी ने उन्हें पत्र नियमों के अनुसार दिया था. उन्हें नहीं पता कि पत्र में क्या है. बता दें कि सारधा मामले में संगठन के प्रमुख सुदीप्त सेन अभी भी जेल में हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि सासंद शिशिर अधिकारी के पुत्र शुभेंदु अधिकारी ने उन्हें धोखा दिया और ब्लैकमेल कर पैसे लिए लेकिन केंद्रीय जांच एजेंसी उस संबंध में कोई कार्रवाई नहीं कर रही थी. बता दें कि इसके पहले भी सुदीप्त सेन ने मंत्रियों और सांसदों पर पैसे लेने का आरोप लगाया था.
इस बारे में प्रतिक्रिया के लिए जब शनिवार को शुभेंदु अधिकारी से संपर्क किया गया तो उन्होंने कहा कि किसने मेरे बारे में क्या लिखा और क्यों लिखा, मैं नहीं जानता. मैं बस इतना जानता हूं कि किसी भी भ्रष्टाचार से मेरा कोई लेना देना नहीं है और किसी एजेंसी ने मुझ पर ऐसा कोई आरोप नहीं लगाया है. उन्होंने कहा कि तृणमूल कांग्रेस के नेताओं पर कटमनी, कोयला तस्करी और गाय तस्करी में शामिल होने के आरोप लगे हैं और अब टीएमसी की ओर से जानबूझ कर इस तरह के षड़यंत्र रचे जा रहे हैं, ताकि उन्हें बदनाम किया जा सके, लेकिन इन सभी से उनका कुछ भी लेना देना नहीं है.

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