CMO के खिलाफ होगी बड़ी कार्रवाई, तेजी से वायरल हो रहा घूसकांड का वीडियो
यूपी। सीएमओ डा. विनोद कुमार अग्रवाल का वीडियो इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित हो रहा है। इसमें वह नवीनीकरण न होने के चलते बंद किए गए अस्पताल को खोलने के लिए सौदेबाजी करते दिख रहे हैं। जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डा. बीएन चतुर्वेदी भी बैठे हैं। बातचीत करने वाले का चेहरा नहीं दिख रहा। वह कह रहा है कि नोडल के कहने पर पहली बार में उसने एक लाख रुपये भेज दिया था। दूसरी बार उनके कहने पर 50 हजार रुपये दे दिया। इस पर आपत्तिजनक भाषा का प्रयोग करते हुए सीएमओ कह रहे हैं कि मुझे रुपये देने के बाद...समझ रखे हो। वह पांच लाख रुपये की मांग करते रहे। शिकायतकर्ता ने इस मामले की शिकायत व साक्ष्य शासन में सचिव स्वास्थ्य रंजन कुमार को भी सौंपी है।
बांसी में अवध हास्पिटल के प्रबंधक और शिकायतकर्ता रंजीत कुमार चौधरी ने आरोप लगाया है कि अस्पताल को वर्ष 2016 से 2022 तक के लिए लाइसेंस निर्गत किया गया था। लाइसेंस नवीनीकरण के लिए आवेदन किया तो सीएमओ ने पांच लाख की मांग की। असमर्थता जताने पर उन्होंने दो बार में डेढ़ लाख रुपये ले लिए। इसके बाद अस्पताल का नाम बदलकर एएच हास्पिटल कराने के बाद एक माह के लिए लाइसेंस जारी किया। शुक्रवार को भी सीएमओ ने मुलाकात करने से इंकार कर दिया।
जिलाधिकारी संजीव रंजन ने बताया कि आरोप लगाने वाला व्यक्ति बिना मानक पूरा किए ही अस्पताल का लाइसेंस जारी कराना चाह रहा था। वह कई बार मिलने के लिए आया था। हर बार वह रुपये के लेनदेन की बात करता रहता था, लेकिन उसे मना कर देता रहा। यह आरोप पूरी तरह निराधार है। डा. विनोद कुमार अग्रवाल, सीएमओ वीडियो प्रसारित होने का मामला संज्ञान में है। इस मामले की जांच कराकर उचित कार्रवाई की जाएगी।