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गणतंत्र दिवस से पहले पुलिस की बड़ी कार्रवाई, हथियारों का जखीरा बरामद, 2 गिरफ्तार

jantaserishta.com
25 Jan 2022 9:31 AM GMT
गणतंत्र दिवस से पहले पुलिस की बड़ी कार्रवाई, हथियारों का जखीरा बरामद, 2 गिरफ्तार
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नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने 26 जनवरी से पहले एक बड़े अवैध हथियारों के रैकेट का भंडाफोड़ करते हुए दो लोगों को गिरफ्तार किया है. इनमें से एक आरोपी रवि खान उत्तरप्रदेश के प्रयागराज का रहने वाला है और दूसरा राहुल सिंह जो मध्यप्रदेश का रहने वाला है. पुलिस ने इनके पास से 25 सेमी ऑटोमेटिक पिस्टल, मोबाइल फोन और कई सिम कार्ड बरामद किए हैं.

पुलिस ने बताया कि आरोपी राहुल सिंह के विदेशों से फाइनेंशियल लिंक्स का पता लगा है और ये भी खुलासा हुआ है कि ये हवाला के जरिए मोटी रकम लेता था. दरअसल, अक्टूबर 2021 में स्पेशल सेल ने एक अवैध आर्म्स मॉड्यूल का खुलासा किया था जिसमें राम शाबाद और आकाश दवार को गिरफ्तार किया था. उनसे काफी संख्या में हथियार बरामद किए गए थे. पुलिस इनसे लगातार पूछताछ कर रही थी.
इसी के आधार पर इनके बाकी मेम्बर्स पर नजर रखी जा रही थी. तभी राहुल सिंह नाम के हथियार सप्लायर के बारे में जानकारी मिली कि ये मध्यप्रदेश से यूपी और दिल्ली में अवैध हथियारों की सप्लाई कर रहा है.
दिल्ली में हथियारों की सप्लाई करने आया था रवि
15 जनवरी 2022 को एक जानकारी के बाद पुलिस ने दिल्ली के मुकुंदपुर से रवि खान नामक आर्म्स सप्लायर को अरेस्ट किया. रवि यूपी के प्रयागराज का रहने वाला है. वह दिल्ली में हथियारों की सप्लाई करने आया था. इसके पास से 15 सेमी ऑटोमेटिक पिस्टल भरा बैग बरामद किया गया. स्पेशल सेल ने केस दर्ज करके जांच को आगे बढ़ाया.
आगे की पूछताछ में खुलासा हुआ कि एमपी के रहने वाले राहुल से ये हथियार लेता है. इसके बाद पुलिस ने मध्यप्रदेश से राहुल नाम के दूसरे डीलर को गिरफ्तार किया. फिर राहुल की निशानदेही पर मध्यप्रदेश से 10 और सेमी ऑटोमेटिक पिस्टल बरामद की गईं.
रवि दिल्ली और यूपी के बदमाशों को बेचता था हथियार
पुलिस ने बताया कि आरोपी रवि हथियार सप्लायर राहुल और दूसरे गैंग से हथियार खरीदता था. बाद में उन्हें दिल्ली और यूपी के बदमाशों को 10 से 15000 में पिस्टल बेचता था. जांच में यह भी पता लगा कि आरोपी राहुल के विदेशों में बेस्ड माड्यूल्स से लिंक्स है जिनके जरिए ये हवाला से पैसे मंगाता था और विदेशी लिंक्स के जरिए मोटी रकम इसे मिला करती थी.
विदेशी लिंक्स के जरिए अवैध हथियारों के अलावा और किस तरह की एक्टिविटी में ये शामिल था इस बात की जांच अभी की जा रही है.
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