CBI की बड़ी कार्रवाई, यूथ कांग्रेस के नेताओं की हत्या मामले में 5 CPI कार्यकर्ता गिरफ्तार
केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने बुधवार को उत्तर केरल के कासरगोड में दो साल पहले यूथ कांग्रेस के दो नेताओं की हत्या के मामले में सत्तारूढ़ भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) के पांच कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया। सीबीआई के करीबी लोगों ने कहा कि उन्हें गुरुवार को एर्नाकुलम की अदालत में पेश किया जाएगा। गिरफ्तार लोगों में से एक शाखा सचिव के राजू है, एजेंसी ने भी मामले में और गिरफ्तारियों से इनकार नहीं किया है।
पांच कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी राज्य सरकार के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है जिसने की मामलों में सीबीआई जांच को रोकने की पूरी कोशिश की थी। पिछले साल दिसंबर में सुप्रीम कोर्ट ने सीबीआई जांच पर सवाल उठाने वाली केरल सरकार की याचिका को खारिज कर दिया था। बता दें कि फरवरी 2019 में कांग्रेस कार्यकर्ताओं कृपेश और शरथ लाल को पेरिया (उत्तरी केरल के कासरगोड) में बेरहमी से मौत के घाट उतार दिया गया था। शुरुआत में सत्ताधारी पार्टी ने दोनों हत्याओं को खारिज कर दिया था। बाद में दोनों के माता-पिता ने केंद्रीय एजेंसी से जांच के लिए हाई कोर्ट का रुख किया था और कहा था कि मौजूदा जांच सही रास्ते पर नहीं थी। राज्य सरकार ने सीबीआई की जांच की मांग का विरोध किया था, लेकिन उन्हें सफलता नहीं मिली।
हालांकि, क्राइम ब्रांच ने हत्या के एक हफ्ते बाद 10 लोगों को गिरफ्तार किया था, लेकिन माता-पिता ने आरोप लगाया था कि यह एक सुनियोजित हत्या थी और इसमें कई वरिष्ठ नेता शामिल थे। तब माता-पिता ने दावा किया था कि एक हफ्ते पहले माकपा ने इलाके में विरोध प्रदर्शन किया था, जिसमें वरिष्ठ नेताओं ने दोनों को धमकी देते हुए भाषण दिया था कि उनके दिन गिने जा रहे हैं।
कांग्रेस पार्टी और माता-पिता ने सीबीआई गिरफ्तारी की सराहना की है। उन्होंने कहा राज्य ने सीबीआई को रोकने की पूरी कोशिश की थी और यहां तक कि केस डायरी को भी सौंपने में काफी समय लगा दिया था। कांग्रेस के नेता सतीसन पचेनी ने कहा कि हमें यकीन है कि गरीब माता-पिता को न्याय मिलेगा। वहीं, शरत लाल के सत्यनारायणन के पिता ने कहा, 'हमें यकीन है कि इसमें शामिल सभी लोगों को जवाबदेह बनाया जाएगा।' माकपा नेताओं ने अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है।