राजस्थान के भरतपुर जिले के कामां थाने में आज एक महिला ने मामला दर्ज कराते हुए कई पुलिस अधिकारियों पर मारपीट, लूटपाट और बदसलूकी के आरोप लगाए हैं. शिकायतकर्ता टायरा गांव की रहनेवाली हैं. शिकायतकर्ता साहिना के मुताबिक, मामला तो कई दिनों से चल रहा था, लेकिन उनकी एफआईआर आज दर्ज की गई है. जबकि थानाधिकारी कमरुद्दीन खान कल ही लाइन हाजिर किए जा चुके हैं. गांव की ही एक महिला ने कमरुद्दीन खान पर बलात्कार का आरोप लगाया है. इस आरोप की जांच आईपीएस वंदिता राणा कर रही हैं
थाने में दर्ज मामले के मुताबिक, कामां डीएसपी प्रदीप कुमार यादव, थानाधिकारी कमरुद्दीन खान, हेड कांस्टेबल महेंद्र गुर्जर सहित 18 से अधिक पुलिसकर्मियों ने साहिना के घर में घुसकर लूटपाट, मारपीट, तोड़फोड़ व महिलाओं बदसलूकी की. इस मामले की जांच की जिम्मेवारी पुलिस उपाधीक्षक मदन लाल जैफ को सौंपी गई है.
कामां थाने के अधिकारी राकेश कुमार शर्मा के मुताबिक, साहिना ने दर्ज कराए मामले में बताया कि 24 फरवरी को गांव के दो पक्षों में झगड़ा हुआ था. झगड़े के बाद गांव के रसूला मेव के घर पर पंचायत आयोजित कर मामले को सुलझा लिया गया था. लेकिन इसी दौरान किसी ने पुलिस को सूचना दे दी. इसके बाद करीब दो बजे कामां पुलिस उपाधीक्षक प्रदीप यादव, कामा थाना अधिकारी कमरुद्दीन खान, हेड कांस्टेबल महेंद्र सिंह गुर्जर सहित 18 से अधिक पुलिसकर्मी गांव टायरा पहुंचे. उन्होंने वहां घरों में घुसकर महिलाओं से दुर्व्यवहार किया. उनके घरों में तोड़फोड़, महिलाओं व बच्चों से मारपीट की. इस दौरान पुलिस ने करीम खान, रसूला, उस्मान और शरीफ मेव के घर में घुसकर जमकर तोड़फोड़ की. घरों में रखे टीवी फ्रिज, वॉशिंग मशीन सहित अन्य सामान तोड़ डाले. पुलिसकर्मियों ने घर में रखे सामान भी अपने साथ ले गए.
पीड़िता साहिना मेव ने बताया कि पुलिस उसके घर में खड़ी क्रेटा गाड़ी, कृषि यंत्र, घर में रखी नकदी भी उठा ले गई. जब महिलाओं ने इसका विरोध किया तो उन्होंने महिलाओं के साथ दुर्व्यवहार किया. कामां थाना अधिकारी राकेश शर्मा ने बताया कि मामला दर्ज कर जांच की जिम्मेवारी डीएसपी मदन लाल जैफ को सौंप दी गई है.