Bhopal gas case : भोपाल गैस कांड में पीड़ितों को न्याय का इंतजार, कोर्ट में फाइनल बहस कल 11 बजे से
Bhopal gas case : भोपाल गैस कांड मामले में जल्द कोई निर्णय आ सकता है। दरअसल, इस मामले में अंतिम सुनवाई छह जनवरी (शनिवार) को होगी। भोपाल जिला न्यायालय में सुबह 11 से इस केस में सुनवाई शुरू होगी। इससे पहले नवंबर में हुई पिछली सुनवाई में विशेष न्यायाधीश विधान माहेश्वरी ने डाउ केमिकल्स मामले …
Bhopal gas case : भोपाल गैस कांड मामले में जल्द कोई निर्णय आ सकता है। दरअसल, इस मामले में अंतिम सुनवाई छह जनवरी (शनिवार) को होगी। भोपाल जिला न्यायालय में सुबह 11 से इस केस में सुनवाई शुरू होगी। इससे पहले नवंबर में हुई पिछली सुनवाई में विशेष न्यायाधीश विधान माहेश्वरी ने डाउ केमिकल्स मामले की सुनवाई की थी। इसके बाद उन्होंने इस मामले में अगली सुनवाई के लिए छह जनवरी 2024 की तारीख दे दी थी।
पिछली सुनवाई में डाउ केमिकल्स कंपनी की तरफ से 10 वकीलों की एक फौज कंपनी का पक्ष रखने के लिए पहुंची थी। बता दें, साल 1984 में दो और तीन दरमियानी रात को डाउ केमिकल्स कंपनी की भोपाल स्थित यूनियन कार्बाइड फैक्ट्री में गैस का रिसाव हुआ था। इससे हजारों जाने गईं थी, ये विश्व की सबसे बड़ी त्रासदी में से एक है।
ये रखे गए थे तर्क
पिछली सुनवाई में कंपनी के वरिष्ठ अधिवक्ता ने कहा था कि इस न्यायालय का क्षेत्राधिकार न होने पर आगामी स्तर पर तर्क करना चाहते हैं। साथ ही उन्होंने कहा था कि उनका क्लाइंट एक मल्टी नेशनल अमरीकी कंपनी है। ऐसे में भारत की अदालत उनके ऊपर किसी भी प्रकार का कोई जूरिडिक्शन नहीं रखती है। इस पर भोपाल ग्रुप फोर इन्फोरमेशन एवं एक्शन की ओर से वरिष्ठ अधिवक्ता अवी सिंह ने आपत्ति जताई थी। सिंह ने कहा था कि मध्यप्रदेश उच्च न्यायालय ने 2012 में क्षेत्राधिकार के मुद्दे पर फैसला किया था। इस प्रकार डाउ केमिकल को मामले में आरोपी बनाया जाना चाहिए।
39 साल में तामील हुआ समन
कंपनी को 39 सालों में कुल सात बार समन भेजा गया है। इसमें 7वां समन तामील हुआ। इसके बाद 39 साल पहली बार कंपनी की ओर से कोई प्रतिनिधि कोर्ट में पक्ष रखने उपस्थित हुआ था। ये मामला अमरीकी संसद में भी उठ चुका है। इतना ही नहीं इस कंपनी को भारत से भगोड़ा घोषित किया गया है।