![भारतीय किसान यूनियन 12 जून को लेंगे बड़ा निर्णय भारतीय किसान यूनियन 12 जून को लेंगे बड़ा निर्णय](https://jantaserishta.com/h-upload/2023/06/08/2996096-bku-sixteennine.webp)
नॉएडा न्यूज़: ग्रेटर नोएडा में किसान अपनी मांगों को लेकर लगभग 45 दिन से धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। पुलिस ने लगभग 40 किसान और महिला को जेल भेज दिया। साथियों के जेल जाने के बाद भी किसानों ने हार नहीं मानी। जिसके विरोध में सैकड़ों के हिसाब से किसान परिवार की महिलाएं गुस्से में अथॉरिटी के गेट के बाहर धरना प्रदर्शन कर रही है। टिकैत संगठन के जिला अध्यक्ष पवन खटाना भी समर्थन देने पहुंचे।
भारतीय किसान यूनियन 12 जून को लेंगे बड़ा निर्णय
मंगलवार की देर रात हुए घटनाक्रम के बाद दोबारा धरना शुरू कराने को लेकर पुलिस आयुक्त के नाम एक ज्ञापन ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण पर सौंपा और धरने पर उपस्थित समस्त किसान एवं मजदूर भाइयों को संबोधित करते हुए कहा कि आने वाली 12 जून दिन सोमवार को जेवर साबोता कट पर चौधरी राकेश टिकैत की पंचायत में जिला गौतमबुद्धनगर के किसानों की लड़ाई को लेकर भारतीय किसान यूनियन कोई बड़ा और कठोर निर्णय लेगी।
सभी जिला अधिकारियों के ऑफिस जाकर ज्ञापन देंगे किसान
किसान नेता मनोज नागर ने कहा कि आज हम गाजियाबाद, हापुड़, मेरठ, पश्चिमी, उत्तर प्रदेश में सभी जिला अधिकारी के ऑफिस में जाकर ज्ञापन देंगे। अगर हमारी मांगे तब भी नहीं मानी गई तो यह आंदोलन पूरे देश में चलेगा। भारतीय किसान यूनियन से पश्चिमी उत्तर प्रदेश अध्यक्ष पवन खटाना एवं अन्य नेताओं ने आज ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण पर किसानों को अपना समर्थन और कहां जब तक सांस है हम किसानों के साथ हैं।
भोले-भाले किसानों का फायदा उठा रहा प्राधिकरण
अमन टाइगर ने बताया कि प्राधिकरण द्वारा किसानों पर अत्याचार किया जा रहा है। प्राधिकरण भोले भले किसानों का फायदा उठा रहा है। अब किसान प्राधिकरण का जोर नहीं सहेंगे। समस्याओं का समाधान नहीं हो जाता तब तक धरना प्रदर्शन जारी रहेगा। अभी तो लगभग 40 किसान जेल गए हैं अगर जरूरत पड़ी तो सैकड़ों की संख्या में किसान जेल जाने के लिए तैयार हैं। अगर प्राधिकरण ने जल्द ही समाधान नहीं किया तो किसानों द्वारा ठोस कदम उठाया जाएगा जिसका जिम्मेदार प्राधिकरण होगा।
ये लोग रहे उपस्थित
इस दौरान धरना स्थल पर रजनी, कुसुम, पायल, रामकली, फूलवती, चंद्र, धर्मवती, रचना, सपना, सुनीता, नीरज, पायल, प्रीति, सचिन, विपिन, नितिन और सैकड़ों की संख्या में किसान उपस्थित रहे।