बिहार। आठ ज्योतिर्लिंग की यात्रा के लिए कोसी से भारत गौरव ट्रेन चलाने का आइआरसीटीसी ने निर्णय लिया है. भारतीय रेलवे की शाखा, इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कॉरपोरेशन लिमिटेड सरकार का उद्यम मिनीरत्न की क्षेत्रीय कार्यालय पटना से देखो अपना देश के तहत भारत गौरव ट्रेन की शुरुआत करने जा रही है. भारत गौरव ट्रेन योजना के तहत भारतीय रेलवे रेल पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए लगभग 33 प्रतिशत रियायत भी प्रदान कर रहा है.
यह पर्यटक ट्रेन 25 नवंबर को पूर्णिया कोर्ट से खुलेगी, जो मधेपुरा, सहरसा, सुपौल, निर्मली, झंझारपुर, दरभंगा, समस्तीपुर, मुजफ्फरपुर, हाजीपुर जंक्शन, पटलिपुत्रा, आरा, बक्सर और पंडित दीनदयाल उपाध्याय स्टेशन पर तीर्थ यात्रियों को ट्रेन में सवार होने के लिए रुकेगी और तीर्थ स्थलों में उज्जैन के श्री महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग और श्री ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग, द्वारका के श्री नागेश्वर ज्योतिर्लिंग, श्री द्वारकाधीश मंदिर, सोमनाथ के श्री सोमनाथ ज्योतिर्लिंग, शिर्डी में साई बाबा दर्शन, श्री घृष्णेश्वर ज्योतिर्लिंग, श्री भीमाशंकर ज्योतिर्लिंग और नासिक में श्री त्रयंबकेश्वर ज्योतिर्लिंग एवं शनि शिंगनापुर मंदिर का दर्शन करायेगी. 7 दिसंबर को यह ट्रेन वापस लौटेगी.
भारतीय रेल द्वारा संचालित भारत गौरव ट्रेन में पहली बार दो श्रेणी रखी गयी है. जिसमें स्लीपर क्लास से यात्रा करने पर प्रति व्यक्ति शुल्क 21251 रुपये हैं, जबकि स्टैंडर्ड श्रेणी में तीन एसी क्लास से यात्रा होगी. इसका शुल्क 33251 रुपये प्रति व्यक्ति है. इसके अलावा श्रेणी के हिसाब से वातानुकूलित और गैर वातानुकूलित होटल में रात्रि विश्राम की भी सुविधा मिलेगी. इनके साथ सुबह, दोपहर और रात में शाकाहारी भोजन मिलेगा. सुबह-शाम चाय व साथ ही प्रत्येक दिन दो बोतल पानी मिलेगा. घूमने के लिए श्रेणी के हिसाब से वातानुकूलित और गैर वातानुकूलित बस की व्यवस्था है. जबकि प्रत्येक कोच में सुरक्षा गार्ड, सफाईकर्मी और टूर एस्कॉर्ट उपलब्ध रहेंगे. ट्रेन एलएचबी कोच से युक्त होगी.
आइआरसीटीसी पटना के संयुक्त महाप्रबंधक राजेश कुमार ने कहा कि 25 नवंबर को पूर्णिया प्रमंडल से भारत गौरव ट्रेन चलाये जाने का निर्णय लिया गया है, जो आठ ज्योतिर्लिंग की यात्रा करायेगी. इससे पूर्व भी समस्तीपुर जंक्शन होकर भारत गौरव ट्रेन दी गयी है. लोगों की मांग को देखते हुए कोसी प्रमंडल से भारत गौरव ट्रेन चलाने का निर्णय लिया गया है. श्रद्धालुओं के लिए चलायी जाने वाली ट्रेन एलएचबी कोच से युक्त रहेगी.