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अग्निपथ योजना के विरोध में आज भारत बंद, इंटरनेट बंद होने से ठप पड़े काम, अब तक 804 गिरफ्तार

jantaserishta.com
20 Jun 2022 4:48 AM GMT
अग्निपथ योजना के विरोध में आज भारत बंद, इंटरनेट बंद होने से ठप पड़े काम, अब तक 804 गिरफ्तार
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न्यूज़ क्रेडिट: आजतक

जानें पूरा अपडेट।

पटना: बिहार में पांच दिन से अग्निपथ योजना का विरोध किया जा रहा है. सोमवार को कुछ संगठनों ने बिहार बंद बुलाया है. इसका राजद समेत अन्य राजनीतिक दलों ने भी समर्थन किया है. विरोध-प्रदर्शन का असर रेलवे संचालन पर भी पड़ा है. कई ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है. जगह-जगह विरोध-प्रदर्शन के बीच सरकार ने पैरा मिलिट्री फोर्स तैनात कर दिया है. एहतियात के तौर पर आज प्राइवेट स्कूल और कॉलेज भी बंद रखे गए हैं.

बिहार सरकार के मुताबिक, अग्निपथ योजना का विरोध करने वाले करीब 804 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है. पुलिस-प्रशासन ने आज ऐहतियातन 20 जिलों में इंटरनेट बंद करवा दिया है. इन जिलों में अग्निपथ योजना का भारी विरोध सामने आ रहा था. इसके अलावा, प्रदर्शनकारियों पर पैनी नजर रखी जा रही है. सोमवार को पटना के डाक बंगले चौराहा पर सुरक्षाकर्मी तैनात देखे गए.
रेलवे की तरफ से बताया गया कि देश के विभिन्न हिस्सों में विरोध प्रदर्शन के कारण रविवार को 483 ट्रेन सेवाएं रद्द की गई हैं. रेलवे ने 229 मेल/एक्सप्रेस ट्रेनों और 254 यात्री ट्रेनों को रद्द कर दिया है. साथ ही आठ मेल/एक्सप्रेस ट्रेनों को आंशिक रूप से रद्द कर दिया है.
रेलवे के पूर्वी मध्य क्षेत्र ने रविवार को हावड़ा-नई दिल्ली राजधानी एक्सप्रेस सहित देश के उत्तरी क्षेत्र के साथ कोलकाता और पश्चिम बंगाल के अन्य स्थानों को जोड़ने वाली 29 ट्रेनों को रद्द किया है. समस्तीपुर रेल मंडल ने सोमवार को 41 एक्सप्रेस और 86 पैसेंजर ट्रेनों का परिचालन रद्द कर दिया है. मंडल रेल प्रबंधक आलोक अग्रवाल ने बताया कि यात्रियों की सुरक्षा के मद्देनजर ट्रेनों के परिचालन को रद्द किया गया है. हालात पर नजर रखा जा रहा है, जैसे ही स्थिति सामान्य होगी तो फिर बाकी ट्रेनों के परिचालन पर निर्णय लिया जाएगा.
बता दें कि कई जगहों पर प्रदर्शनकारियों ने रेलवे को निशाना बनाया है और आगजनी और हिंसा के कारण संपत्ति का बड़ा नुकसान किया है.
सरकार ने सोमवार को प्रदेश के 20 जिलों में इंटरनेट सेवा बंद कर दी है. इसमें कैमूर, भोजपुर, औरंगाबाद, रोहतास, बक्सर, नवादा, पश्चिम चंपारण, पूर्वी चंपारण, समस्तीपुर, लखीसराय, बेगूसराय, वैशाली, सारण, मुजफ्फरपुर, दरभंगा, गया, मधुबनी, जहानाबाद, खगड़िया और शेखपुरा जिला शामिल है. यहां प्रदर्शन पर नजर रखी जा रही है.
बिहार में हिंसा और उत्पात मचाने के मामले में पुलिस लगातार कार्रवाई कर रही है. अब तक हिंसा करने के मामले में कुल 145 प्राथमिकी दर्ज की गईं और 804 आरोपियों की गिरफ्तारी की गई है. बिहार के डीजीपी कार्यालय के मुताबिक, 16, 17 और 18 जून को हुई हिंसा के दौरान सरकार की संपत्ति नुकसान पहुंचाने और आगजनी, तोड़फोड़ करने के मामले में यह कार्रवाई की गई है.
सरकार ने कहा कि हिंसा, आगजनी, सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने, तोड़फोड़ करने, अफवाह फैलाने और लोगों को हिंसा करने के लिए प्रेरित करने वालों की पहचान की जा रही है. साक्ष्य मिलने पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी.
सरकार ने एक दिन पहले कहा था कि आंदोलन के दौरान सोशल मीडिया के दुरुपयोग पर लगाम लगाने के लिए इंटरनेट सेवा को सस्पेंड किया गया है. राज्य में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए अतिरिक्त अर्धसैनिक बलों की विभिन्न जिलों में तैनानी की गई है.


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